SSD क्या है? SSD के प्रकार और कैसे काम करता हैं|फायदे और नुकसान क्या है?

सॉलिड स्टेट ड्राइव एक Storage डिवाइस है जो Computer में Data स्टोर करने के लिए Use किये जाते। सॉलिड स्टेट ड्राइव Flash Memory पर आधारित होते है ,जो ट्रेडिशनल मैकेनिकल हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में अधिक तेज होते है. तो , चलिए जानते है की ,SSD क्या है ,कैसे कार्य करता है , इसके प्रकार क्या है?

SSD क्या है? (What is SSD in Hindi)

सॉलिड स्टेट ड्राइव एक स्टोरेज डिवाइस है जो solid state flash memory का उपयोग लगातार data को Store करने के लिए करता है. SSD कंप्यूटर में हार्ड डिस्क का स्थान लेते है और हार्ड डिस्क की तरह ही कार्य करते है ,लेकिन HDD की तुलना में SSD बहुत fast होता है. SSD होने पर ,operating system जल्दी से बूट होता है , प्रोग्राम जल्दी लोड होते है और फाइल्स तेजी से Save होती है.

एक ट्रेडिशनल हार्ड डिस्क में Spining Disk होता है, जिसमे मैकेनिकल आर्म पर रीड/राइट हेड होता है ,जिसे actuator कहते है. एक हार्ड डिस्क ड्राइव मैग्नेटिक रूप से डाटा को पढ़ता और लिखता है.

अगर HDD और SSD की तुलना करे तो ,SSD में ऊपर या निचे कोई भी ऐसा Part नहीं होता है जिसे हम हिला(MOVE) सकते है और SSD के मुख्य दो कॉम्पोनेन्ट होते है ; Flash controller और NAND Flash flash memory.

SSD का उपयोग कही भी किया जा सकता है ,जहा पर हार्ड ड्राइव उपलब्ध होते है. जैसे की , डेस्कटॉप कंप्यूटर ,गेमिंग कंप्यूटर ,लैपटॉप, डिजिटल कैमरा ,म्यूजिक प्लेयर ,फ़ोन्स ,टेबलेट और ग्राफ़िक्स कार्ड

नोट: यह हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में अधिक महंगे आते है.

वह बिज़नेस जिसमे इनपुट/आउटपुट की जरुरत अधिक थी , उन्होंने SSD का उपयोग अधिक से अधिक करके इसे बढ़ावा दिया। क्यूंकि SSD ,HDD की तुलना में काम समय में कार्य करता और आसानी से रीड और रैंडम वर्कलोड को मैनेज कर सकता है.

SSD कैसे काम करता है?(How do SSD work in hindi?)

SSD कैसे कार्य करता है? इसे जानने से पहले HDD के ऊपर थोड़ा विचार करते है. HDD में कई प्रकार के spining magnetic disk होते है जो डाटा को स्टोर करते है ,इन्हे Platter कहते है.

इनके पास एक एक्टुएटर आर्म होता है जिसमे रीड/राइट हेड होते है, रीड/राइट हेड डाटा को स्टोर करने के लिए ड्राइव में सही जगह पर उपस्थित होते है।

क्यूंकि डाटा को पड़ने और लिखने के लिए हेड तो डिस्क एरिया के साथ मिलाना जरुरी है(डिस्क लगातार घूमती रहती है), जिसकी वजह से जानकरी तक पहुंचने में कुछ समय लगता है.

HDD को फाइल्स लोड करने और प्रोग्राम को लांच करने के लिए अलग अलग एरिया से डाटा को पढ़ने की जरुरत होती है ,इससे आप यह समझे की कमांड को पूरा करने से पहले डिस्क को सही जगह में स्पिन करने के लिए बार बार इंतज़ार कर पड़ता है.

अगर HDD के पास कम शक्ति है तो प्लेटर स्पीड से कार्य करने में कई सेकंड लग जाते है.

SSD, HDD की तरह ही सभी कार्य को करता है। लेकिन फर्क बस इतना है की ,SSD flash memory का उपयोग करता है जो कंप्यूटर के RAM के समान ही होते है. लेकिन , RAM में जो डाटा पावर के सप्लाई बंद होने पर डिलीट हो जाती है, वह डाटा SSD में उपस्थित(कभी डिलीट नहीं होती है) होती है.

इसके आलावा SSD spining disk के किसी भी पार्ट ऊपर निर्भर नहीं होता है, यह डाटा को भेजने और प्राप्त करने के लिए semiconductor chip का यूज़ करता है. SSD में कोई मूविंग(हिलता-जुलता) पार्ट नहीं होता जिसके कारण यह HDD की तुलना से अधिक तेजी से कार्य को कर सकते है.

SSD के प्रकार -Type of Solid State Drive in Hindi

अब हम जान चुके है की SSD क्या है , और यह कैसे कार्य करता है तो चलिए अब जानते है की इसके प्रकार कितने है?

1.SATA SSD (SATA I, II, III)

SATA का फूल फॉर्म Serial advanced technology attachment होता है. जो SSD के प्रकारो के सबसे लोकप्रिय और Market में आने वाले पहले SSD मॉडल्स में से एक है. इसका आकार 2.5 इंच है जो एक HHD और कनेक्टर टाइप के समान है.

SSD ,SATA का उपयोग कंप्यूटर सिस्टम के साथ डाटा को कम्यूनिकेट करने के लिए करता है.अगर आप के पास SATA SSD है तो आप इसका उपयोग अपने लैपटॉप या डेस्कटॉप में कभी भी कर सकते है , चाहे आप का कंप्यूटर या लैपटॉप कितना भी पुराना ही क्यों न हो.

SATA पर निर्भर SSD पुराने कंप्यूटर के लिए बहुत उचित(ठीक) है क्यूंकि नए प्रकार के SSD में कुछ कमी है. यह आपके पुराने कंप्यूटर या लैपटॉप को स्पीड प्रदान करने का एक अच्छा मौका प्रदान करता है , पुराने स्पिनिंग हार्ड ड्राइव को नई सॉलिड स्टेट से बदलना, कंप्यूटर के डाटा को रीड/राइट करने की कैपसिटी को बढ़ाना।

SATA को मॉडल को कई बार बदला गया है , इसके तीन मुख्य वर्शन है;
SATA I, SATA II, and SATA III

SATA 1: 5 जीबी/एस, 150 एमबी/एस
SATA 2: 3 जीबी/एस, 300 एमबी/एस
SATA 3: 6 जीबी/एस, 600 एमबी/एस

2.M.2 SATA SSD

M.2 SATA SSD, SSD का ही एक प्रकार है, इसका फॉर्मेट SATA SSD से छोटा और हल्का होता है और M.2 SATA SSD के चिप में एक छोटा प्रिंटेड सर्किट बोर्ड होता है जो लगभग RAM BAR के अकार का दिखाई देता है.

M.2 SATA SSD, 22mm चौड़ा और 80mm लंबे होते है और यह दोनों तरफ से NAND चिप के साथ जुड़े होते है. M.2 SATA SSD बहुत आसान होते है , क्यूंकि यह मदरबोर्ड के एक स्लॉट में इंस्टाल होते है और सबसे अच्छी बात यह है की इन्हे तार की जरुरत नहीं पड़ती है.

M.2 SATA SSD का एक फायदा यह है की इनके फॉर्मेट में लचीलापन होता है ,जिसके फायदा यह है की यह छोटे लैपटॉप या डेस्कटॉप में आसानी से यूज़ किये जा सकते है.

यहाँ कुछ M.2 के फॉर्मेट और आकार के बारे में दिया गया है;

M.2 222110: 110 x 22 मिमी
M.2 2280 : 80 x 22 मिमी
M.2 2260 : 60 x 22 मिमी
M.2 2242 : 42 x 22 मिमी

3.mSATA SSD

mSATA SSD , SATA का एक छोटा वर्शन है.इसका एक छोटा सा फॉर्म फैक्टर होता है, जो विशेष रूप से लैपटॉप , कंप्यूटर , मोबाइल , टेबलेट और अल्ट्रा कॉम्पैक्ट कंप्यूटर में mSATA स्लॉट के साथ यूज़ किया जाता था.

आधुनिक mSATA की कैपिसिटी 1TB तक और रीड/राइट की स्पीड 6GBPS तक होती है. इसके सबसे अच्छे फायदे यह है की यह पावर का कम उपयोग करता है ,इसका परफॉरमेंस SATA SSD के सामान ही होता है और इसकी कीमत भी लाभ दायक होती है.

इस फॉर्मेट की ड्राइव एक छोटे से कार्ड को दर्शाती है , जिसमे डिवाइस के यूनिक स्लॉट में सोल्डर किये हुए माइक्रोसर्किट में इंस्टाल होते हैं. इसका मुख्य लाभ यह है की यह आकार में छोटा होता है, मगर अन्य रूपो से SATA SSD के समान होता है.

4.M.2 PCI-E SSD

PCI-E यह भी सॉलिड स्टेट के प्रकारो में से एक है , PCI-E कनेक्टर का उपयोग computer system से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है ,जो सर्वर और स्टोरेज डिवाइस की स्पीड बढ़ाने का काम करता है.

PCI के साइज के SSD मदरबोर्ड ग्राफ़िक्स कार्ड पर पोर्ट में फिट होते है. जब आप PCI-E SSD का यूज़ करते है उसके बाद NVMe SSD का यूज़ करते है तब आपके कंप्यूटर को सबसे तेज कम्प्यूटेशनल स्पीड मिलती है.इसकी रीड/राइट बैंडविथ 2000 MBPS और यह 32GBPS तक सपोर्ट करता है.

PCI Express SSDs यह बाकियो की तुलना में अधिक महंगे होते है, जिसके कारण यह हाई परफॉरमेंस अप्लीकेशन में उपयोग किये जाते है.

कुछ अन्य प्रकार के SSD होते है जो PCI Express SSDs कनेक्टर का उपयोग करते है ,जिससे डाटा को ट्रांसफर करने की छमता SATA 3 SSD से 3 से 4 गुना अधिक होती है.

अगर आपको अपने कंप्यूटर में PCIe SSDs को इंस्टाल करना है तो आपके मदरबोर्ड में PCIe M.2 स्लॉट का होना जरुरी है.

5.M.2 NVMe SSD

NVMe सॉलिड स्टेट ड्राइव का ही एक प्रकार है ,इसका फुल फॉर्म Non-Volatile Memory Express होता है , यह SSD के लिए अपने प्रोटोकॉल की वजह से SATA SSD की तुलना में 4 से 5 गुना अधिक तेज होता है ,जो 2600mbps की स्पीड प्रदान करता है डाटा को एक्सचेंज करने के लिए.

NVMe SSD , SATA SSD के बाद में आये थे , यह स्लॉट पहले ग्राफ़िक्स कार्ड के लिए बनाया गया था , यही कारण है की यह बहुत तेज है.

NVMe सॉलिड स्टेट ड्राइव का ही एक प्रकार है ,इसका फुल फॉर्म Non-Volatile Memory Express होता है , यह SSD के लिए अपने प्रोटोकॉल की वजह से SATA SSD की तुलना में 4 से 5 गुना अधिक तेज होता है ,जो 2600mbps की स्पीड प्रदान करता है डाटा को एक्सचेंज करने के लिए.

NVMe SSD , SATA SSD के बाद में आये थे , यह स्लॉट पहले ग्राफ़िक्स कार्ड के लिए बनाया गया था , यही कारण है की यह बहुत तेज है.

NVMe, SATA की तुलना में अधिक महंगे होते है और यह पावर(बिजली) का भी अधिक उपयोग करते है. हाई स्केल बिज़नेस ,इंटेंसिव कंप्यूटर और बड़े सर्वर में NVMe का यूज़ किया जाता है. NVMe फ़्लैश मेमोरी के साथ /O Bridge and latency को कम करने का कार्य करते है.

NVMe ड्राइव की स्पीड 3.9 GB/s थ्रॉटपुट के साथ 32 Gb/s की इंटरफ़ेस की दर तक पहुंच सकती है. यह आपके लिए बहुत लाभ दयाक साबित हो सकता है , अगर आप आप कुछ ऐसा काम कर रहे जिसमे ज्यादा डिस्क परफॉरमेंस की जरुरत पड़ती है जैसे गेम खेलना और वीडियो एडीटिंग करना। NVMe की स्टोरेज कैपिसिटी 4 TB तक होती है.

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SSD के फायदे और नुकसान क्या है?

अभी तक हम SSD के कार्य ,प्रकार के बारे में जान चुके है तो चलिए अब जानते है की SSD के फायदे और नुकसान क्या है?

SSD के फायदे(Advantages of SSD in hindi)

1.Durability: SSD में कोई मूविंग पार्ट्स नहीं होते है ,जिसके कारण यह डाटा को सुरछित रखता है. मूविंग पार्ट्स का न होना इस बात का संदेश है की SSD में टूट फुट की घटना कम होगी। इसके अतिरिक्त , SSD में मकैनिकल विफलताएं नहीं होगी जिसका मतलब हाई मैकेनिकल रिलायबिलिटी और SSD ,HDD की तुलना में हल्का होता है.

2.Less Power Consumption: SSD , HDD की तुलना में कम बिजली का उपयोग करता है , यह इसलिए होता है क्यूंकि इसमें कोई मूविंग पार्ट्स नहीं होते है ;मुख्य रूप से मोटर।

3.Better Reading and Writing Speed: SSD में पढ़ने और लिखने की स्पीड बहुत तेज होती है.SSD में , ड्राइव प्लेटर को HDD की तरह स्पिन करने की जरुरत नहीं पड़ती है. इसके अतिरिक्त SSD में रीड/राइट हेड रो ट्रांसफर करने के लिए कोई एक्टुएटर आर्म नहीं होलटा है.

4.Permanent Deletion of Data: जहा पर डाटा अधिक कार्डिनल है वहा पर लोग इस फीचर का उपयोग करते है. जब HDD में डाटा को हटा या डिलीट कर दिया जाता है ,तो उस डाटा को रिकवर करने का एक मौका होता है. SSD में डाटा को हमेशा के लिए हटा दिया जाता है और पुराने डाटा का कोई निसान नहीं होता है.

5.Less Noise: SSD कम ध्वनि पैदा करता है क्योंकि इसके अंदर कोई मूविंग पार्ट्स नहीं होते है और यह नॉन मैकेनिकल होते है.

6.File Fragmentation: Constant read performance feature फाइल्स विखण्डन को आसान और SSD में नॉन-इशू बनाती है. डाटा को कम समय में एक्सेस किया जा सकता है ,चाहे डाटा कही पर भी स्टोर हो.

7.Faster Boot and Better Computing Performance: SSD कंप्यूटर को फास्ट बूट करने की अनुमति प्रदान करती है, क्यूंकि ड्राइव को स्पिन करने की जरुरत नहीं होती है, जिससे कंप्यूटर का पर्फोर्मस अच्छा रहता है.

8.Less Heat: सॉलिड स्टेट ड्राइव में मोटर्स नहीं होते है यही कारण है की SSD ,HDD की तुलना में कम गर्मी(हीट) उत्पन्न करता है.लैपटॉप यूज़ करने वालो के लिए यह एक महत्वपूर्ण विशेष्ता है.

SSD के नुकसान(Disvantages of SSD in hindi)

1.Price: सॉलिड स्टेट ड्राइव की सबसे बड़ा नुकसान इसकी कीमत है, यह HDD की तुलना में अधिक महंगा होता है.

2.Recovery of Lost Data: डिलीट हो गए डेटा को रिकवर न कर पाना सॉलिड स्टेट ड्राइव का बहुत बड़ा नुकसान होता है.

3.Storage Capacity: सॉलिड स्टेट ड्राइव बहुत महंगे होते है, जिसके कारण सॉलिड स्टेट ड्राइव का स्टोरेज साइज बहुत छोटा और लाभप्रद होता है.इसकी कैपेसिटी 160GB से भी कम होती है.

4.Life Expectancy: NAND memory-flash chips का यूज़ करने वाले सॉलिड स्टेट निर्धारित समय के लिए ही लिखे जाते है. हालाँकि DRAM technology का उपयोग करने वाले सॉलिड स्टेट ड्राइव की कोई निर्धारित सिमा नहीं होती है, इनकी कीमत अधिक होती है.

5.Slower Write Speed: कुछ कम महंगे सॉलिड स्टेट ड्राइव , मुख्य रूप से MLC के प्रकारो पर आधारित, पड़ने की स्पीड की तुलना में लिखने की स्पीड कम होती है. यह HDD पर लिखने की स्पीड की तुलना में कम होता है.

6.Write/Erase Cycle: SSD में write/erase का साइकल(चक्र) सिमित है. एक HDD में 1 से 5 मिलियन तक साइकल हो सकता है , इससे कम SSD में 100,000 साइकल ही हो सकते है.

7.High Power: DRAM technology का यूज़ करने वाले SSD को HDD के विपरीत अधिक शक्ति की जरुरत पड़ती है.

8.Write Speed: SSD डाटा को हम जल्दी से एक्सेस कर सकते है ,लेकिन डाटा को बचाये रखने के लिए उन्हें अधिक समय लगता है.

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SSD की क्षमता कितनी होती है?

SSD की क्षमता विभिन्न models और preferences पर निर्भर करती है। SSDs आमतौर पर किलोबाइट (KB), मेगाबाइट (MB), गिगाबाइट (GB), या टेराबाइट (TB) में उपलब्ध होते हैं, लेकिन कुछ हाई क्षमता वाले SSDs पेटाबाइट (PB) में भी उपलब्ध हो सकते हैं।

  1. किलोबाइट (KB) = 1024 बाइट
  2. मेगाबाइट (MB) = 1024 किलोबाइट
  3. गिगाबाइट (GB) = 1024 मेगाबाइट
  4. टेराबाइट (TB) = 1024 गिगाबाइट
  5. पेटाबाइट (PB) = 1024 टेराबाइट

इसलिए, यदि आपके पास एक SSD है जिसकी क्षमता 256 गिगाबाइट (GB) है, तो यह 256 गिगाबाइट डेटा स्टोर कर सकती है।

क्या 256gb SSD 1tb हार्ड ड्राइव से बेहतर है?

256GB SSD और 1TB हार्ड ड्राइव दोनों के अपने फायदे और उपयोगहै , किसका पसंदीदा है, वह व्यक्तिगत आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा।

256GB SSD के फायदे:

  1. SSDs अपने तेज़ data access के लिए प्रसिद्ध हैं, इसलिए यह आपके सिस्टम को तेजी से बूट करेंगे और ऐप्लिकेशन्स और फ़ाइल्स को तेज़ी से लोड करेंगे।
  2. SSDs स्थायी ड्राइव्स के मुकाबले ध्वनि और गर्मी कम उत्पन्न करते हैं, इसलिए आपके सिस्टम को ठंडा और शांत रखते हैं।
  3. SSDs आमतौर पर हार्ड ड्राइव्स से छोटे और हल्के होते हैं, जिससे आपके लिए पोर्टेबिलिटी में फायदा होता है।

1TB हार्ड ड्राइव के फायदे:

  • 1TB हार्ड ड्राइव बड़े डेटा स्टोरेज की क्षमता प्रदान करता है, जिससे आप बड़ी फ़ाइल्स, मीडिया, और अन्य डेटा को स्टोर कर सकते हैं।
  • हार्ड ड्राइव्स आमतौर पर SSDs के मुकाबले सस्ते होते हैं, इसलिए आपकी बजट के अनुसार यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

इसलिए, आपके उपयोग और आवश्यकताओं के आधार पर, आपको 256GB SSD या 1TB हार्ड ड्राइव बेहतर लग सकता है। यदि आप fast performance और पोर्टेबिलिटी की ओर जा रहे हैं, तो SSD अच्छा विकल्प हो सकता है। यदि आपको बड़ी स्टोरेज की आवश्यकता है और आप बजट के साथ हैं, तो 1TB हार्ड ड्राइव एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है।

क्या लैपटॉप में एसएसडी या एचडीडी होता है?

लैपटॉप में SSD (Solid State Drive) और HDD (Hard Disk Drive) दोनों के विकल्प हो सकते हैं, और कौनसा विकल्प मौजूद होता है, वह लैपटॉप के मॉडल और इसकी कीमत पर निर्भर करता है।

आजकल के लैपटॉप मॉडल्स में SSDs का प्रयोग बढ़ रहा है, क्योंकि वे तेज़ प्रदर्शन, तेज़ बूट, और बेहतर बैटरी लाइफ प्रदान करते हैं। HDDs अभी भी कुछ सस्ते और बड़ी स्टोरेज की क्षमता के लिए उपयोग किए जाते हैं, खासकर जब आपको ज्यादा storage की आवश्यकता होती है और बजट संकटित होता है।

लैपटॉप में एसएसडी क्यों लगाते हैं?

लैपटॉप में SSD (Solid State Drive) का प्रयोग कई कारणों से किया जाता है:

तेज़ प्रदर्शन: SSDs डेटा पहुंच की गति में तेज़ी प्रदान करते हैं और यह लैपटॉप को तेज़ बनाते हैं।

ध्वनि और गर्मी कम: SSDs ध्वनि और गर्मी कम उत्पन्न करते हैं क्योंकि उनमें कोई moving part नहीं होता है, जिससे लैपटॉप शांत और शीतल रहते हैं।

पोर्टेबिलिटी: SSDs आमतौर पर हार्ड डिस्क ड्राइव्स (HDDs) की तुलना में छोटे और हल्के होते हैं, जिससे लैपटॉप पोर्टेबिलिटी में बेहतर होते हैं।

डेटा सुरक्षा: SSDs में डेटा सुरक्षा के लिए ज्यादा सुरक्षा उपाय शामिल होते हैं, जैसे कि एनक्रिप्शन और पासवर्ड सुरक्षा, जिससे डेटा को हानि से बचाया जा सकता है।

इन कारणों के कारण, SSDs laptops में आमतौर पर पसंद किए जाते हैं, खासकर जब तेज़ प्रदर्शन, पोर्टेबिलिटी, और ध्वनि कमी की आवश्यकता होती है। तथापि, कुछ यूजर को बड़ी स्टोरेज की जरूरत हो सकती है, जो हार्ड डिस्क ड्राइव्स (HDDs) के साथ भी आती हैं।

एसएसडीएस एचडीडी से ज्यादा महंगे क्यों हैं?

SSDs (Solid State Drives) HDDs (Hard Disk Drives) के मुकाबले ज्यादा महंगे होते हैं क्योंकि वे टेक्नोलॉजी की दृष्टि से अधिक एडवांस हैं और कुछ विशेष टेक्नोलॉजी कारणों के कारण महंगे होते हैं

SSDs में डेटा स्टोर करने के लिए NAND फ्लैश चिप्स का उपयोग किया जाता है, जो खास तकनीकी सामग्री है और महंगी हो सकती है। यह चिप्स तेज़, ध्वनि मुक्त, और बेहतर डेटा सुरक्षा प्रदान करते हैं, लेकिन उनकी मूल्य कम होती नहीं है।

कौन सा SSD प्रकार सबसे तेज है?

NVMe PCIe को SSD के प्रकारों के सबसे तेज मन जाता है, क्यूंकि यह डाटा को ट्रांसफर करने और रीड/राइट करने के लिए अधिक बैंडविथ प्रदान करता है. NVMe PCIe की स्पीड और परफॉरमेंस SATA SSD की तुलना में 4 से 5 गुना अधिक होती है , SATA HDDs की तुलना में 10 से 20 गुना अधिक होती है.

डिस्क प्रकारअधिकतम डेटा पढ़ने की गति
SATA HDD160MB/S
SATA 3 SSD600MB/S
NVMe PCIe SSD2500MB/S

SSD HDD में क्या अंतर है?

SSD और HDD के बीच Comparison Table इस प्रकार है:

FactorSSD(सॉलिड स्टेट ड्राइव)HDD(हार्ड डिस्क ड्राइव)
स्पीडफास्टरस्लोवर
सेकेंटिअल रीड स्पीड,MB/S150-1350120-150
नंबर ऑफ़ रिबूट साइकल्स3000-10,000निर्दिष्ट नहीं है
पावर कंसम्पशनलैसर(Lesser) मोर(More)
मूविंग पार्ट्सनो(No) यस(Yes)
मोर रेसिस्टेंट अगेंस्ट फिजिकल सॉक्सयस(Yes)नो(No)
साइजसघनबड़ा
स्टोरेज कैपेसिटीसीमितविस्तारित
मैक्सिमम कैपेसिटी500MB – 4TBUp to 6TB
कोस्टएक्सपेंसिवअफोर्डेबल
फॉर्म फैक्टरSATA 2.5″, M.2 SATA, mSATA.2.5″- 3.5″

FAQs

1.क्या इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुझे किस प्रकार का SSD मिलता है?

हां, SSD के अलग अलग प्रकारो का प्रभाव आपके कंप्यूटर के परफॉरमेंस पर पड़ता पर पड़ता है जैसे बूट टाइम ,प्रोग्राम लोडिंग और कम्पेटिबिलिटी।

2.क्या मैं एक ही समय में SSD और HDD का उपयोग कर सकता हूँ?

हां, SSD और HDD यूज़ आप एक साथ कर सकते है ,यह आपको कुछ फायदे प्रदान करता है. जैसे फ़ास्ट लोडिंग स्पीड ,लौ एनर्जी कोन्सुम्प्शन और आपकी जरुरी फाइल्स के लिए बैकअप का ऑप्शन भी मिलता है. अगर आपको फ़ास्ट लोडिंग चाहिए तो SSD और बड़ी फाइल्स को स्टोर करने के लिए HDD का उपयोग करे.

3.SATA Express Connector क्या है?

SATA Express connector हाइब्रिड कनेक्शन है, SATA स्टैंडर्ड को PCIe ports की मदत से सीधे मदरबोर्ड में प्लग करने की सम्भावना को जोड़ता है.

4.U.2 SDD और U.2 Connector क्या है?

U.2 SSD , U.2 इंटरफ़ेस के साथ आता है और SSD फॉर्म फैक्टर(SWG) द्वारा डिफाइन किया गया एक इंटरफ़ेस स्टैंडर्ड है. U.2 को इंटरप्राइज मार्किट के लिए बनाया गया है और यह PCI-E, SATA, SATA-E, और SAS इंटरफ़ेस को सपोर्ट करता है ,जो हाई डाटा ट्रांसफर रेट प्रदान करते है. U.2 कनेक्टर वाले SSD को कार्य करने के लिए इसके कंप्यूटर का मदरबोर्ड प्रदान करता है.

5.क्या SSD FPS बढ़ाता है?

आपका SSD सीधे FPS को नहीं बढ़ाएगा ,लेकिन यह हाई गेम्स में stuttering और hitching को रोकने में मदत करेगा।

6.क्या आप किसी लैपटॉप में SSD लगा(इंस्टॉल) सकते हैं?

हां , आप अपने लैपटॉप में SSD को फिट कर सकते है ,लेकिन आपको SSD इंस्टाल करने से पहले देख लेना चाहिए की आपका लैपटॉप SSD से जुडी कंडीशन को फॉलो करता है की नहीं।

7.एसएसडी सस्ता क्यों हो रहा है?

SSD (Solid State Drive) सस्ता हो रहा है क्योंकि इसकी टेक्नोलॉजी में सुधार हो रहा है और उत्पादन की मात्रा बढ़ रही है, जिससे उसका मूल्य कम हो रहा है।

8.क्या एसएसडी स्पीड बढ़ाता है?

हाँ, SSDs (Solid State Drives) computer system की speed और performance को बेहतर बना सकते हैं।

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