Search Engine क्या है? Search Engine की पूरी जानकारी| Search Engine in Hindi

क्या आप जानते है की सर्च इंजन क्या है और यह कैसे काम करता है? मुझे पता है आप नहीं जानते है तभी तो आप इस लेख में पड़ रहे है. किसी भी चीज़ को इंटरनेट पर सर्च करने के लिए एक सर्च इंजन की आवश्यकता होती है.

सर्च इंजन का उपयोग करना बहुत ही सरल है: सबसे पहले एक वेब पेज खोलिये , सर्च बॉक्स में जो आप को सर्च करना है उसे टाइप कीजिये। आपके सर्च बटन दबाते ही आपके सामने लाखो परिणाम दिख जाते है.

इंटरनेट पर सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन गूगल है, एक दिन में सबसे ज्यादा सर्च गूगल पर ही किये जाते है. लेकिन ऐसा नहीं की गूगल की एक सर्च इंजन है इसके आलावा माइक्रोसॉफ्ट बिंग, याहू और अदि सर्च इंजन भी है.

लेकिन कभी आपने सोचा की जब मैं किसी सर्च इंजन से कोई इनफार्मेशन सर्च करता हु तो उस सर्च इंजन को कैसे पता चलता है की मुझे क्या चाहिए। यदि आपने अभी तक नहीं सोचा है तो कोई बात नहीं अब सोच लीजिये, क्यूंकि आगे मैं आपको बताने वाला हु की सर्च इंजन कैसे काम करता है और क्या काम करता है. सर्च इंजन से जुडी ओर भी महत्वपूर्ण इनफार्मेशन के बारे में आज आप जानने वाले है. रो चलिए बिना देरी के शुरू करते है.

Search Engine क्या है? Search Engine in Hindi

सर्च इंजन का एक ही उद्देश्य है की इंटरनेट पर उपलब्ध विशाल डेटाबेस से आपके के द्वारा अनुरोध की गयी जानकारी को निकालकर आपके पास पहुँचाना। जब आप इंटरनेट पर कुछ सर्च करते है तो आपको नहीं पता होता है की आप जिस इनफार्मेशन की तलाश कर रहे है वह कहा पर संगृहीत है , ऐसी परिस्थिति में एक सर्च इंजन बहुत ही आसानी से उस इनफार्मेशन को खोज लेता है.

गूगल, बिंग, याहू जैसे जबरदस्त सर्च इंजन होने के कारण हल ही के कुछ समय में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में वृद्धि हुई है. आप चाहे तो किसी भी सर्च इंजन से जानकरी की खोज कर सकते है. इस लेख में आगे हम पड़ने वाले टॉप 10 सर्च इंजिन्स को काफी ज्यादा लोकप्रिय है.

सर्च इंजन क्यों महत्वपूर्ण हैं?

वास्तव में सर्च इंजन दो तरह से लोगो के जीवन का हिस्सा है:

  • पहला वो लोग जो सर्च इंजन के माध्यम से कुछ जानकारी को प्राप्त करते है.
  • दूसरे साइट के मालिक होते है जो अपने साइट में पहले पेज पर रैंक करवाने के प्रयाश करते है.

एक रिपोर्ट में बताया गया था की उपयोगकर्ता इनफार्मेशन को पाने के लिए गूगल पर ही अरबो बार सर्च करते है. इस आंकड़े के कारण व्यवसाय और जो लोग ऑनलाइन कंटेंट पब्लिश करते है उनके के लिए वेबसाइट पर इन उपयोगकर्ताओं को ले जाने की गुंजाइस बढ़ जाती है.

सर्च इंजन दिशानिर्देश का पालन करते है और वेबसाइट की रैंकिंग को तय करने के लिए अपने एल्गोरिथम का उपयोग करते है. प्रत्येक सर्च इंजन का अपना ही एक एल्गोरिथम होता है. इन सब बातो से एक ही निष्कर्ष निकालता है की यदि सर्च इंजिन्स नहीं होंगे तो आप इंटरनेट पर किसी इनफार्मेशन को सर्च कैसे करोगे।

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Search engines कैसे काम करता है?

सर्च इंजन पिछले कुछ सालो से अधिक जटिल हो गए है फिर भी वह एक बेसिक फार्मूला का पालन करते है: क्रॉलिंग और इंडेक्सिंग। वेब पर सभी प्रकार के डाटा को क्रॉल और इंडेक्स किया जाता है ताकि उपयोगकर्ता के द्वारा सर्च किये जाने पर रिजल्ट का एक सेट दिखाया जा सके. यहाँ पर बताया गया है की यह कैसे काम करता है:

Crawl

वेब क्रॉल जिन्हे स्पाइडर्स भी कहा जाता है, यह ऐसे प्रोग्राम है जो इंटरनेट पर नयी साइट्स को ढूढ़ते रहते और नए-नए लिंक्स की पहचान करते है. क्रॉल एनालाइज्ड करने के लिए हर वेबसाइट से एक इंडेक्स पर टेक्स्ट भेजते है.

एक क्रॉल वेब पेज के कंटेंट को स्टोर कर सकता है,जिसे cache कहा जाता है.एक वेबमास्टर अपनी साइट में robots.txt नाम की एक फाइल को जोड़ सकते है, जो क्रॉल को बताता है की कौन से पेज को इंडेक्स करना है और कौंन से पेज को इंडेक्स नहीं करना है.

Index

क्रॉल वेबसाइट को क्रॉल करने के बाद जिस डाटा को एकत्रित करता है उस डाटा को एनालाइज्ड, मैनेज, और इंडेक्स स्टोर किया जाता है ताकि जब उपयोगकर्ता कुछ सर्च करे तो सर्च इंजन उसे जल्दी से परिणाम दिखा सके. एक सर्च इंजन वेब पेज के एक-एक शब्द को इंडेक्स करता है.

Search

जब आप इंटरनेट पर किसी एक वेब ब्राउज़र के द्वारा सर्च इंजन को कुछ क्वेरी करते है तब सर्च इंजन अपने उन शब्दों को उन शब्दों में ट्रांसलेट करता है जो उसने इंडेक्स किये है. यह नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग(NLC) को लेकर कई टेक्नोलॉजी के द्वारा किया जाता है. सर्च इंजन लिखी गयी क्वेरी के शब्दों से मिलने वाले वेब पेजो को खोजने के लिए इंडेक्सिंग से परामर्श करता है.

Rank

कोई भी सर्च इंजन अपने रिजल्ट की लिस्ट को दिखाने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करता है, जो अपने विचार से आपकी क्वेरी का सबसे अच्छा उत्तर देता है.मानो के आपने एक शब्द सर्च किया “ग्लास”. यह शब्द आपका अधूरा है जिसके परिणाम स्वरूप सर्च इंजन आपको ग्लास क्या है, ग्लास से क्या करते है ऐसे क्वेरी दिखाएगा और बाद में पीपल आल्सो आस्क भी दिखाएगा।

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Search Engines के प्रकार

सर्च इंजन को काम के तरीके के अनुसार इन्हे तीन श्रेणी में बाटा गया है जो कुछ इस प्रकार है:

  1. Crawler based search engines
  2. Human powered directories
  3. Hybrid search engines
  4. Other special search engines

तो चलिए इन सभी सर्च इंजिन्स के प्रकारो को विस्तार से समझते है:

1.Crawler based search engines

क्रॉलर पर आधारित सर्च इंजन में क्रॉलर, बॉट या स्पाइडर का उपयोग सर्च डेटाबेस में नए कंटेंट को क्रॉल और इंडेक्सिंग(अनुक्रमित) करने के लिए किया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया चार स्टेप्स में की जाती है , प्रत्येक क्रॉलर पर आधारित सर्च इंजन सर्च रिजल्ट को दिखने से पहले इन चार स्टेप्स का अनुसरण करती है.

Crawling: इंटरनेट पर उपलब्ध ववेब पेज को सर्च इंजन में लाने के लिए यह पुरे वेब को क्रॉल करता है.

Indexing: क्रॉल होने के बाद इंडेक्सिंग की प्रक्रिया होती है इसमें जिस वेब्स पेज में अच्छे से वर्णन किया हुआ होता है उसे इंडेक्स कर लिया जाता हैऔर जो वेब पेज इसे नहीं समझ में आता है उसे यह इंडेक्स नहीं करता है.

Calculating Relevancy: क्रॉलिंग और इंडेक्सिंग होने के बाद सर्च इंजन वेब पेज में कीवर्ड डेंसिटी, टैग्स, मेटा टैग्स , लिंक और आदि बहुत कुछ देखता है और वेब पेज के हिसाब से उस वेब्स पेज को सर्च रिजल्ट में ऊपर या निचे दिखाता है.

Retrieving the Result: इतना कुछ होने के बाद सर्च इंजन आपको परिणाम को दिखाता है.

क्रॉलिंग पर आधारित सर्च इंजिन्स के उदाहरण:

  • Google
  • Bing
  • Yahoo!
  • Baidu
  • Yandex

इनके आलावा भी और भी बहुत से सर्च इंजिन्स है जैसे DuckDuckGo, AOL और Ask.

2.Human Powered Directories

Human Powered Directories को ओपन डायरेक्टरी सिस्टम के नाम से जाना जाता है। इसमें लिस्टिंग के लिए मनुष्य पर आधारित गतिविधियों पर निर्भर होता है. निचे बताया गया है की Human Powered Directories इंडेक्सिंग कैसे काम करती है:

साइट का मालिक अपने साइट के डायरेक्टरी में एक छोटा सा डिस्क्रिप्शन प्रस्तुत करता है जिसे सूचीबद्ध किया जाना है.

साइट को सबमिट किया जाता है और सबमिट की गयी साइट को मैनुअली रूप में समीक्षा किया जाता है और केटेगरी में जोड़ दिया जाता है या लिस्टिंग करने से इनकार कर दिया जाता है.

सर्च बॉक्स में टाइप किये गए कीवर्ड्स को साइट के डिटेल के साथ मिलाया जाता है. इसका अर्थ यह है की यदि आपने साइट में की परिवर्तन किया है तो उसे ध्यान में रखा नहीं जायेगा क्यूंकि यह केवल डिटेल है जो मायने नहीं रखता है.

जिस साइट में ख़राब सामग्री होती है इसकी तुलना में अच्छी सामग्री वाली को अधिक समीक्षा की जाने की संभावना होती है.

Yahoo! एक Human Powered Directories का उदहारण है.

3.Hybrid Search Engines

Hybrid Search Engines सर्च रिजल्ट में साइट्स को लिस्टिंग करने के लिए क्रॉलर पर आधारित और मैनुअली इंडेक्सिंग दोनों का उपयोग करती है. अधिकांश क्रॉलर पर आधारित सर्च इंजिन्स जैसे गूगल क्रॉलर को पहला तंत्र और ह्यूमन पॉवेरड डायरेक्ट्रीज को दूसरा तंत्र के रूप में उपयोग करता है.

उदाहरण से समझते है गूगल ह्यूमन पॉवेरड डायरेक्ट्रीज से एक वेब पेज के डिटेल को सकता और उसे सर्च रिजल्ट में दिखा सकता है. जैसे- जैसे ह्यूमन पॉवेरड डायरेक्ट्रीज कम होती जा रही है, Hybrid प्रकार के सर्च इंजिन्स क्रॉलर पर आधारित सर्च इंजिन्स बनते जा रहे है.

4.Other Types of Search Engines

ऊपर आपको तीन प्रकार के सर्च इंजिन्स के बारे में पता चला है , इनके आलावा और भी कुछ है जिहे निचे वर्गीकृति किया गया है.

इमेज, वीडियो ,समाचार और स्थानीय लिस्टिंग को डिस्प्ले करने के लिए सर्च इंजन बहुत से प्रकार के बॉट्स का उपयोग करते है.उदाहरण के लिए गूगल समाचार पेज का उपयोग केवल समाचार पत्रों से समाचार को खोजने के लिए करता है.

Dogpile सर्च इंजन सर्च रिजल्ट को दिखने के लिए दूसरे सर्च रिजल्ट और डायरेक्ट्रीज से मेटा डाटा को एकत्रित करता है. इस प्रकार के सर्च इंजन को मेटा सर्च इंजन कहते है.

Swoogle जैसे सर्च इंजिन्स क्वेरीज के contextual अर्थ को समझकर सटीक सर्च रिजल्ट प्रदान करते है.

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सर्च इंजन रिजल्ट को रैंक कैसे करते हैं?

जब आप सर्च इंजन में एक क्वेरी सर्च करते है तो उस क्वेरी के रिजल्ट में पहले से ही अरबो वेब पेजेज उपलब्ध होते है.लेकिन सभी वेब पेजेज फर्स्ट पेज पर नहीं आते है, वेब पेजेज को फर्स्ट रैंक पर आने के लिए कुछ फैक्टर का महत्वपूर्ण रोल होता है, चलिए जानते है वह कौन से फैक्टर है:

Use of keywords

जब कोई व्यक्ति एक क्वेरी करता है तब सर्च इंजन सर्च रिजल्ट उन्ही वेबसाइट को ऊपर दिखाता है जिनमे कीवर्ड का अच्छे से उपयोग किया हुआ होता है.

Page content

सर्च इंजन उन्ही वेब पेजो को आगे बढ़ाता है जिनमे कंटेंट की लम्बाई, चौड़ाई और गहराई अच्छी हो. मेरा मतलब कंटेंट अच्छे से लिखा हुआ होना चाहिए।

Backlinks

बैकलिंक्स का रोल सर्च इंजन रिजल्ट में काफी महत्वपूर्ण होता है. बैकलिंक्स का मतलब होता है की आपके साइट को कितने साइट से लिंक प्राप्त है ऐसे साइट जिनको अधिक बैकलिंक्स प्राप्त है उसे गूगल अधिक प्राथमिकता देता है.

User information

गूगल जैसे सर्च इंजन आपके पर्सनल इनफार्मेशन का उपयोग करते है जैसे आपकी सर्च हिस्ट्री , लोकेशन और अदि बहुत कुछ.

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20+ Popular search engines (20+ लोकप्रिय सर्च इंजन)

  1. Google
  2. YouTube
  3. Yahoo
  4. Bing
  5. Baidu
  6. Yandex
  7. DuckDuckGo
  8. Ask.com
  9. AOL
  10. Amazon
  11. Naver
  12. CC Search
  13. Twitter
  14. Facebook Search
  15. Search Encrypt
  16. Swisscows
  17. Wiki.com
  18. Ecosia
  19. Internet Archive
  20. Wolfram Alpha
  21. Startpage
  22. Qwant

ABS सिस्टम क्या है (यह कैसे काम करता है?) इसके प्रकार, पार्ट्स, फायदे और नुकसान

FAQ: सर्च इंजन से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सर्च इंजन पैसे कैसे कमाते हैं?

  • Advertisement (विज्ञापन)
  • Online shopping (ऑनलाइन खरीदारी)
  • Services (सेवाएं)

पहला सर्च इंजन कौन सा था?

Archie. 1990 में एक स्टूडेंट के द्वारा बनाया गया पहला सर्च इंजन था.

ब्राउज़र और सर्च इंजन में क्या अंतर है?

वेब ब्राउज़र जैसे Chrome, Firefox, Microsoft Edge, और आदि. यह एक सॉफ्टवेयर होता है जो मोबाइल या कंप्यूटर में इंस्टाल किया जाता है.

सर्च इंजन जैसे Google, Bing, Yahoo!, और आदि. यह एक ऑनलाइन टूल है जिसे वेब ब्राउज़र माध्यम से चलाया जाता है.

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