एक संगीत श्रोता,एक संगीत कलाकार या कोई डबिंग आर्टिस्ट हर किसी को एक अच्छे और साफ सुथरे संगीत की तलाश होती है. इसके लिए वह हमेशा विचार करते रहता है की उसे कैसे एक अच्छी आवाज प्राप्त हो सके. एक अच्छी ऑडियो(आवाज) को प्राप्त करने के विचार में उसके मन में यह बात आती है की उसे मोनो ऑडियो का उपयोग करना चाहिए या स्टेरिओ ऑडियो।
आज का हमारा यह लेख भी इसी विषय पर है की अच्छा ऑडियो प्राप्त करने के लिए आपको स्टेरिओ या मोनो ऑडियो में किसको उपयोग करना चाहिए। बहुत से लोगो का मानना तो है की स्टेरिओ ऑडियो अच्छा है क्यूंकि आज के समय में इसे ही काफी ज्यादा उपयोग किया जा रहा है. लेकिन फिर मन में सवाल यह उठता है की लोग मोनो ऑडियो का भी तो उपयोग कर रहे है.
ऐसे ही बहुत से सवाल है जो मन को भ्रमित कर देते है. जब भी किसी का मन दो चीज़ो में भ्रंमित हो तो एक ही इलाज है उन दोनों में तुलना कर दो जो अच्छा होगा पता चल जायेगा।
मोनो ऑडियो क्या है?
“Mono” मोनोफोनिक या मोनोरेल का छोटा-सा नाम है, क्यूंकि ज्यादातर लोग मोनोफोनिक न बोलकर “मोनो” ऑडियो ही बोलते है. मोनो का अर्थ होता “ध्वनि”. मोनो ऑडियो में केवल एक ऑडियो सिग्नल होता है जो प्लेबैक और रिकॉर्डिंग करने के लिए एक ऑडियो चैनल का उपयोग करता है.
मोनो ऑडियो की साउंड फ्लैट, संकीर्ण और कम गतिशील होती है, ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि सभी ऑडियो एलिमेंट एक ही चैनल से आते है और इन्हे वॉल्यूम पर चलाया जाता है.जब आप इस आवाज को सुनो गे तो आपको लगेगा की यह एक 2D प्लेन से आ रहा है लेकिन यह सामने और केंद्र से आता है.
स्टीरियो ऑडियो क्या है?
“Stereo” स्टीरियोफोनिक से निकला एक छोटा सा नाम है. “stereos” एक गीक शब्द है जिसका अर्थ होता है ठोस. स्टीरियो ऑडियो में दो अलग-अलग चैनल होते है जिनके तो अलग-अलग ऑडियो सिग्नल भी होते है , ये अंतरिक्ष की अनुभूति बनाते है.
स्टीरियो ऑडियो सामान्य तौर पर फुलर और अधिक गतिशील होते है, क्यूंकि यह एक ऑडियो चैनल तक सिमित नहीं होते है. इसमें ट्रैक के सभी तत्वों को अच्छी तरह से घूमने के लिए पर्याप्त स्थान होता है जिसके वजह से यह 3D गुडवत्ता की साउंड प्रदान करते है.
Stereo vs. binaural vs. spatial
यदि आप स्टीरियो ऑडियो के बारे में जान चुके है तो आपको बिनौराल और स्पाटिअल ऑडियो के बारे में जरूर जानना चाहिए। यह तीनो प्रकार के ऑडियो मोनो ऑडियो की तुलना में अच्छा ऑडियो गुडवत्ता प्रदान करते है, लेकिन इनके तरीके अलग -अलग है.
Stereo: स्टीरियो के बारे में आप जानते है, इसमें तो ऑडियो सिग्नल होते है.
Binaural: दोनों कानो में माइक्रोफोन लगाकर साथ में डमी हेड का उपयोग करके रिकॉर्डिंग किया जाता जाता है. फिर उस डमी हेड एक स्थान पर रखा जाता है जिसे ध्वनि रिकॉर्डिंग के लिए सेट किया जाता है ताकि हम इसे सुन सके.
Spatial: स्पाटिअल ऑडियो विर्तुअल ऑडियो की तरह ही होते है और नियमित स्टीरियो ऑडियो को तैयार करने के लिए 3D ऑडियो सॉफ्टवेयर का उपयोग करते है.
ऑडियो प्लेबैक के लिए मोनो और स्टीरियो के बीच अंतर
MONO Audio | STEREO Audio |
---|---|
मोनो में साउंड गुडवत्ता फ्लैट और नैरो साउंडस्टैग होती है. | स्टीरियो मेंसाउंड गुडवत्ता फुलर और ज्यादा डायनामिक(गतिशील) होती है. |
सभी तत्व ध्वनि करते है जैसे की वह एक ही बिंदु से आ रहे हो लेकिन वास्तविक में केंद्र से आ रहे होते है. | स्टीरियो में कई दिशाओ से ध्वनि आती है जिसे हमें पहचानना होता है. |
इसमें ऑडियो तेज होती है क्यूंकि सभी ऑडियो लेयर्स को रॉव और सेण्टर में रखा जाता है. | Db लेवल में कोई अंतर नहीं होने के बावजूद यह मोनो ऑडियो से तेज आवाज करता है.इसका कारण भी है की इसमें दो ऑडियो सिग्नल होते है. |
हायर फ्रीक्वेंसी ध्वनि को सामने लाकर कम गतिशील वाली कम फ्रीक्वेंसी वाली ध्वनि को पीछे की और धकेलकर उचाई और गजरे की २-डायमेंशन धरणा बनाता है. | उसी तरह ही २-डीमेंसशन बनाता है लेकिन चढाई ज्यादा होती है. |
रिकॉर्डिंग के लिए मोनो और स्टीरियो के बीच अंतर
MONO Audio | STEREO Audio |
---|---|
मोनो ऑडियो में 1 चैनल का उपयोग होता है. | स्टीरियो ऑडियो में 2 चैनल का उपयोग होता है. |
मोनो ऑडियो मार्केट में सस्ता मिलता है. | स्टेरिओ ऑडियो मार्केट में महंगा मिलता है. |
मोनो ऑडियो में 1 माइक्रोफोन और 1 स्पीकर होता है. | स्टीरियो ऑडियो में 2 माइक्रोफोन और 2 स्पीकर होता है. |
मोबो ऑडियो को कोई नौसिखिया उपयोग कर सकता है. | स्टेरिओ ऑडियो का उपयोग करने के लिए आपको जानकार होना पड़ेगा। |