CD-ROM क्या है? इसके प्रकार, कार्य, उपयोग, विशेषताएं, फायदे और नुकसान

CD-Rom क्या है? CD-Rom का पूरा नाम कॉम्पैक्ट डिस्क रीड ओनली मेमोरी होता है. ये ऑडियो कॉपैक्ट डिस्क के समान फिजिकल डिस्क प्रारूप पर निर्भर एक नॉन-वोलेटाइल ऑप्टिकल डिस्क स्टोरेज मीडियम होते है, जिसे फिलिप्स और सोनी के द्वारा बनाया गया है.

CD-Rom असल में CD की तरह ही दिखाई देता है जिससे हम म्यूजिक चलाते है. अगर आपको अपने कंप्यूटर के साथ एक को यूज़ करना है , तो आपको CD-Rom प्लेयर की जरुरत पड़ेगी, जिसे CD-Rom रीडर भी कहा जाता है. एक CD-Rom में लगभग 600 megabyte तक का डाटा स्टोर किया जा सकता है, जो 700 फ्लॉपी डिस्क के बराबर होता है.

अभी तक हमने जो भी CD-Rom के बारे में जानकारी ग्रहण किया वह केवल 0.3% ही है. अभी तो हमें इसके प्रकार, कार्य, विशेषताएं, फायदे और नुकसान के बारे में भी जानना है. तो चलिए बिना देरी किये इनके बारे में भी जानकारी प्राप्त करते है.

CD-Rom क्या है? (What is CD-ROM in Hindi)

CD-Rom का मतलब कॉम्पैक्ट डिस्क रीड ओनली मेमोरी होता है, इसका उपयोग विशेष रूप से ऑडियो CD और कंप्यूटर गेम्स को बनाने के लिए किया जाता है. कंप्यूटर यूजर डिस्क से डाटा और म्यूजिक को केवल पढ़ सकते है, लेकिन ये डिस्क पर अपनी डाटा को बर्न नहीं कर सकते है.

पहले की बात करे तो , फ्लॉपी डिस्क को स्टोरेज के लिए काफी ज्यादा पसंद किया जाता था , लेकिन जब से मार्केट में CD-Rom आया इसने फ्लॉपी डिस्क को हटा के उसकी जगह ले ली. उस समय इसके लोकप्रिय होने का कारण इसकी उच्च स्टोरेज क्षमता थी और इसे स्टोर करना तेज और आसान था.

इसका फायदा यह था की , एक फाइल को स्टोर करने के लिए बहुत से फ्लॉपी डिस्क का उपयोग करने के बजाय , एक CD-Rom पर एक साथ हज़ारो फाइल को स्टोर किया जाये।

CD-ROM के प्रकार क्या है? (Types of CD-ROM in Hindi)

CD-Rom के कुछ प्रकार भी है , जो निचे बताये गए है;

1.CD-R

CD-R का पुरा नाम कॉम्पैक्ट डिस्क रेकॉर्डबल है, इसे WORM(राइट वन्स रीड मेनी) के नाम से भी जाना जाता है. यह एक खाली डिस्क होता है , जिसमे यूजर अपने पर्सनल डाटा जैसे म्यूजिक , वीडियो और इनफार्मेशन को बर्न या कॉपी करने के लिए CD-Rom ड्राइव में डालते है.

CD-R मीडिया या डाटा को बर्न करने के लिए विशिष्ट सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है. यूजर म्यूजिक को बर्न करने के लिए ऑडियो CD और डाटा को बर्न करने के लिए डॉक्यूमेंट और फाइल का चयन करते है.

2.CD-RW

CD-RW(कॉम्पैक्ट डिस्क रीराइटेबल) CD-R के बिलकुल ही विपरीत होते है, इन्हे मिटाया जा सकता और इनके पहले की स्थिति में प्रस्तुत किया जा सकता है. नयी फाइल्स को rewritable डिस्क पर कॉपी कर सकते है.

CD-RW, CD-R के रूप में कभी भी लोकप्रिय नहीं हुआ , इसका एक कारण है की ये म्यूजिक को सुनने के लिए सभी डिस्क प्लेयर के साथ अनुकूल नहीं हो पाए. इसलिए इनका उपयोग डाटा को एक कंप्यूटर से दूसरे दूसरे कंप्यूटर में भेजने के लिए किया जाता है या फाइल्स की कॉपी बनाने के लिए किया जाता है , जिसकी जरुरत कभी-कभी पड़ती है.

CD-ROM कैसे कार्य करता है? (How does a CD-ROM work in Hindi)

CD-Rom ड्राइव में डाली गयी CD ड्राइव को मोटर विभिन्न दरों से घुमाता है. यह स्थिर गति से डाटा को पढ़ने की अनुमति प्रदान करता है , भले ही वो डाटा डिस्क के किनारे या डिस्क के केंद्र में स्थित हो.

ड्राइव के अंदर एक छोटा सा लेजर स्पिनिंग डिस्क पर केंद्रित होता है. लेजर की किरण indentations(पिट्स=गड्ढे ) और bumps(लैंड्स=भूमि) के साथ आवृत के परावर्तक एल्युमीनियम आंतरिक सतह पर आक्रमण करते है. प्रकाश एक ऑप्टिकल रीडिंग हेड पर वापस प्रतिबिंबित होता है.

एक गड्ढे से टकराने वाला प्रकाश भूमि से टकराने वाले प्रकाश की तुलना में कम प्रतिबिंबित होता है. एक प्रिज्म प्रतिबिंबित प्रकाश को एक फोटो डिटेक्टर की ओर मोड़ देता है , जो प्रतिबिंबित प्रकाश की त्रीवता को मापता है और इसे इलेक्ट्रिक प्लस में बदल देता है , जिसे तैयार करने के लिए CPU में वापस भेजा जाता है.

प्रिंटर क्या है

प्लॉटर क्या है

CD-ROM की विशेषताएं (characteristics of CD-ROM in Hindi)

  • CD-Rom को polycarbonate प्लास्टिक से निर्मित किया गया है, जो एक रिफ्लेक्टिव पदार्थ के साथ लेपित है और शुद्ध lacquer का एक सुरछित परत है.
  • CD-Rom को केवल CD-Rom रीडर ही पढ़ सकता है, इसे कोई साधारण रीडर नहीं पढ़ सकता है.
  • CD-Rom ऑडियो , वीडियो ,इमेज मोशन वीडियो, और एनीमेशन वीडियो को भी स्टोर करके रख सकता है.

CD-ROM के फायदे क्या है? (Advantages of CD-ROM in Hindi)

  • CD-Rom को अनियमित(रैंडम) रूप से एक्सेस किया जाता है.
  • बड़ी मात्रा में डाटा को तैयार और वितरण करने के लिए CD-Rom एक लाभ प्रभावी तरीका है.
  • CD-Rom अन्य स्टोरेज डिस्क की तुलना में अधिक मजबूत होते है.
  • CD-Rom को काफी ध्यान देने के बाद डिज़ाइन किया गया है , इसके लिए यह लम्बे समय तक चलते है.
  • CD-Rom केवल पढ़ने के लिए बड़ी मात्रा में जानकारी को स्टोर करने का एक सुरछित माध्यम है.

CD-ROM के नुकसान क्या है? (Disadvantages of CD-ROM in Hindi)

  • CD-Rom का पहला नुकसान यह है की यह उम्मीद से भी धीमा होता है.
  • CD-Rom में जब डाटा फुल हो जाता है , तो आप इसमें नया डाटा नहीं लिख सकते या दर्ज कर सकते है.
  • CD-Rom की स्टोरेज क्षमता हार्ड डिस्क से बहुत कम होती है.
  • CD-Rom को आसानी से स्क्रैच किया जा सकता है और इसके बाद यह अच्छे से काम करना भी बंद कर देता है.

CD-ROM के उपयोग (Use of CD-ROM in Hindi)

आप पहले से ही इसके डाटा स्टोर करने के उपयोग से वाकिफ होंगे। असल में इसके उपयोग के बारे में क्या बताया जाय? इसका उपयोग आप बैकअप कर सकते है , क्यूंकि इसे केवल पड़ा जा सकता है , इसे फिर से लिखा तो जा सकता नहीं है.

CD-Rom ऑडियो और डाटा को आसानी से स्टोर कर सकता है, जिसमे ऑडियो CD को आप किसी भी ऑडियो प्लेयर में चलाया जा सकता है. CD-Rom ड्राइव डाटा CD पर डॉक्यूमेंट को ओपन कर सकता है जैसे , म्यूजिक , वीडियो ,इमेज , टेक्स्ट डॉक्यूमेंट और अन्य फाइल।

CD-ROM और Disk Drive इंटरफेस

नीचे कुछ महत्वपूर्ण इंटरफेस के बारे में बताया गया है , जो CD -Rom और अन्य ड्राइव को कंप्यूटर से जुड़ने में मदत करते है.

  • IDE/ATA – IDE/ATA डिस्क ड्राइव में सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाला इंटरफ़ेस है.
  • Panasonic– Panasonic सबसे पुराना स्वामीगत इंटरफ़ेस है.
  • Parallel– Parallel पुराने एक्सटर्नल CD -Rom के साथ उपयोग किये जाने वाला इंटरफ़ेस है.
  • PCMCIA (PC Card)– PCMCIA (PC Card) का उपयोग कभी-कभी एक्टर्नल डिस्क ड्राइव को लैपटॉप से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है.
  • SATA– सत्ता का उपयोग डिस्क ड्राइव को कनेक्ट करने के लिए आईडीई को नए स्तर पर बदलने के लिए किया जाता है.
  • SCSI– SCSI डिस्क और डिस्क ड्राइव के साथ उपयोग किया जाने वाला एक साधारण इंटरफ़ेस है.
  • USB– USB का उपयोग एक्सटर्नल डिस्क ड्राइव को जोड़ने के लिए किया जाता है.

CD-ROM की क्षमता

120 mm से कम व्यास और 20 ग्राम से भी कम वजन वाली एक प्लास्टिक डिस्क की स्टोरेज कैपिसिटी 600mb से भी अधिक है. यदि आप केवल टेक्स्ट को स्टोर करे है , तो CD-Rom कागज की 150000 16 पेज शीट्स के बराबर होता है , जो हज़ारो बुक्स को रख सकता है.

CD-ROM का इतिहास (History of CD-ROM in Hindi)

कॉम्पैक्ट डिस्क को 1982 में फिलिप्स और सोनी कंपनी ने मिलकर बनाया था. Denon ने CD-DA फॉर्मेट पर CD-Rom फॉर्मेट बनाने के लिए प्रसार किया, जिसमे यह किसी भी डाटा को स्टोर करने की अनुमति प्रदान करता था.

1984 में Denon और Soni ने एक Japanese computer show में CD-Rom फॉर्मेट को लांच किया। पब्लिक के लिए लांच किया गया ये पहला CD-Rom की क्षमता 553 MB थी. आज के एक स्टैंडर्ड CD-Rom की क्षमता 700 MB तक या 80 मिनट के ऑडियो को स्टोर करने की है. कुछ नॉन-स्टैंडर्ड CD-Rom भी है जिनकी क्षमता 900 MB या 99 मिनट के ऑडियो को स्टोर कर सकते है.

CD-R और CD-ROM में क्या अंतर है?

CD-ROMCD-R
CD-ROM का फुल फॉर्म कॉम्पैक्ट डिस्क रीड ओनली मेमोरी होता है.CD-R का फुल फॉर्म कॉम्पैक्ट डिस्क रेकॉर्डबल होता है.
CD-ROM में पहले से ही डाटा स्टोर होता है.CD-R साधारण रूप से खाली होते है.
CD-ROM में डाटा केवल पढ़ा जा सकता है.CD-R में डाटा लिखा और बर्न किया जा सकता है.
CD-ROM में पहले से ही रिकॉर्ड किये गए वीडियो और म्यूजिक को देखने और सुनने के लिए उपयोग किया जाता है .CD-R को रिकॉडिंग के लिए उपयोग किया जाता है.
CD-ROM की प्राइस ज्यादा होती है.CD-R की प्राइस कम होती है.

CD-ROM और DVD में क्या अंतर है?

CD-ROMDVD
CD-ROM रीड ओनली ऑप्टिकल स्टोरेज डिवाइस है.DVD में हाई रेसोलुशन ऑडिओ विसुअल कंटेंट होता है और यह बड़ी मात्रा में डाटा को स्टोर कर सकता है.
CD-ROM 700MB तक डाटा को स्टोर करके रख सकता है.DVD 17GB तक डाटा को स्टोर करके रख सकता है.
CD-ROM को 1982 में लांच किया गया.DVD को 1996 में लांच किया गया.
CD-ROM में केवल डाटा को पढ़ा जा सकता है.DVD में डाटा को पढ़ा जा सकता है और लिखा भी जा सकता है.

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