VPN एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क होता है जो आपके पर्सनल डाटा को एन्क्रिप्ट करने में मदत करता है. वास्तव में यह पब्लिक नेटवर्क पर आपके आईपी एड्रेस को छुपाता है.
यह इंटरनेट की प्राइवेसी को प्रोटेक्ट करने और सिक्योरिटी प्रदान करने का एक आसान सा तरीका है. लेकिन अफ़सोस की बात यह है की बहुत से लोग इस टेक्नोलॉजी का उपयोग गलत कामो को छुपाने के लिए करते है.
VPN क्या होता है?
VPN को आप एक प्रकार का नेटवर्क कह सकते है जो पब्लिक इंटरनेट कनेक्शन पर एक लोकल नेटवर्क की कॉपी करता है. इसका काम होता है की यह आपके आईपी एड्रेस को छुपाकर और इंटरनेट ट्रैफिक को इन्क्रिप्ट करता है और एक सुरक्षित कनेक्शन प्रदान करता है.
VPN कैसे काम करता है?
VPN का उदेष्य होता है की इंटरनेट पर हो रहे काम को सुरक्षित करना। VPN का उपयोग बहुत से वेबसाइट को एक्सेस करने के लिए भी किया जाता है.
ऐसा उन वेबसाइट पर किया जाता है जो आपको अपने वेबसाइट को ओपन करने की अनुमति प्रदान नहीं करती है. VPN की मदत से आप किसी भी वेबसिस्ते को एक्सेस सकते है.
जब अपने फ़ोन यका लैपटॉप में VPN को एक्टिव करते है तब हमारा फ़ोन एक तरह से लोकल नेटवर्क की तरह ही काम करता है. जब भी हम किसी भी ब्लॉक वेबसाइट को ओपन करने की कोसिस करते है तब VPN अपना काम करना शुरू कर देता है.
यूजर जो रिक्वेस्ट करता है उसे वेबसाइट के सर्वर तक VPN की मदत से भेजा जाता है। वेबसाइट के सर्वर तक यूजर का रिक्वेस्ट पहुंचते ही वेबसाइट का सारा कंटेंट यूजर के फ़ोन में दिखाई देने लगता है.
VPN के प्रकार
विभिन्न प्रकार के कामो के लिए विभिन्न प्रकार के वीपीएन का उपयोग किया जाता है.
Personal VPN
इस वीपीएन को कंस्यूमर वीपीएन भी कहा जाता है. एक पर्सनल वीपीएन यूजर को वीपीएन के माध्यम से कनेक्शन को इन्क्रिप्ट करता है और यूजर को पब्लिक इंटरनेट से जोड़ता है. इसका प्राथमिक उदेष्य ऑनलाइन प्राइवेसी को प्रोटेक्ट करने का होता है.
Remote Access VPN
यह वीपीएन आपको सुविधा प्रदान करता है की आप प्राइवेट और लोकल नेटवर्क से आसानी से जुड़ सकते है. इस वीपीएन का उपयोग मुख्य रूप से कर्मचारियों के द्वारा किया जाता है.
कर्मचारी इसका उपयोग कंपनी के ऑफिस नेटवर्क से जुड़ने और डाटा और संसाधनों तक पहुंचने के लिए करते है.
Mobile Network
यह नेटवर्क कुछ हद तक रिमोट एक्सेस वीपीएन की तरह ही होता है. इसका सामन्यतोर पर उपयोग कर्मचारी कंपनी के बिज़नेस नेटवर्क से दूर से जुड़ने के लिए किया जाता है.
यह नेटवर्क तब भी बना रहता है जब यूजर अपना नेटवर्क कनेक्शन बदल देता है और कनेक्टिविटी खो देता है.
Site-to-Site VPN
यदि आपको एक ही साथ एक कंपनी के दो ऑफिस के बारे में जानना है या डाटा का पता लगाना है तो आपको इस वीपीएन का उपयोग करना चाहिए। जैसे एक कंपनी है जिसका दो ऑफिस है एक इंडिया में और एक अमेरिका में. ऐसे स्थिति में यह सबसे अच्छी तरह से काम करता है.
वीपीएन का उपयोग क्यों करना चाहिए?
इंटरनेट पर अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए आपको इंटरनेट का उपयोग कर लेना चाहिए। यह आप पर निर्भर करता है की आप इंटरनेट का उपयोग करना चाहते है। जब आप वीपीएन का उपयोग करते है तो आप पूरी तरह से फ्री होते है अपने मर्जी के चीज़ो को सर्च करने के लिए.
निष्कर्ष
मुझे आशा है की आपको वीपीएन के बारे में अच्छे से जानकारी मिली होगी। इसके फायदे और नुकसान जानने के लिए आप वीपीएन के फायदे और नुकसान के पेज को पढ़ सकते है.