Option trading में स्टॉप लॉस लगाना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये आपको संभावित नुकसान से बचाने में मददगार होता है। Option trading में स्टॉप लॉस लगाने के लिए आप कुछ कदम फॉलो कर सकते हैं:
Option trading me stop loss kaise lagaye
1.Option Chain Dekhe
सबसे पहले, आपको अपने ट्रेड के लिए option chain देखनी होगी। option chain में आपको call और put options के strike price और expiry date मिलेंगी।
2.Trading Platform Par Login Kare
अपने ब्रोकर के trading platform पर Login करें, जहां से आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं। जैसे की Zerodha, Angel One, या कोई और ब्रोकर का प्लेटफॉर्म हो।
- Zerodha में stop loss कैसे लगाएं? Stop Loss Kaise Lagaye?
- Angel One में stop loss कैसे लगाए? Angel One stop loss kaise lagaye
3.Option Buy या Sell Kare
आपको निर्णय लेना होगा कि आप call option or put option खरीदना चाहते हैं या बेचना चाहते हैं। अपने business के लिए उचित विकल्प का चयन करें।
4.Stop Loss Level Decide Kare
अब आपको stop loss लेवल तय करना होगा। यानी कि वो कीमत जहां पर आपको अपनी स्थिति को बंद करना है अगर बाजार प्रतिकूल दिशा में आगे बढ़ता है।
5.Stop Loss Order Type Chune
ऑप्शन ट्रेडिंग में आप कुछ प्रकार के स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग कर सकते हैं, जैसे:
- Market Order: ये ऑर्डर एक्जीक्यूट होता है current market price।
- Limit Order: ये ऑर्डर आप specific price पर निष्पादित होने के लिए सेट करते हैं।
- Trailing Stop Order: क्या order में स्टॉप लॉस का लेवल गतिशील रूप से बदलता है जब बाजार मूल्य अनुकूल दिशा में आगे बढ़ता है।
6.स्टॉप लॉस प्राइस सेट करे
अगर आप लिमिट ऑर्डर का उपयोग कर रहे हैं, तो स्टॉप लॉस प्राइस को सेट करें। यदि market price यहां तक पहुंच गया है, तो आपका ऑर्डर निष्पादित होगा।
7.ऑर्डर कन्फर्म करे
आपके स्टॉप लॉस ऑर्डर के डिटेल की सावधानीपूर्वक रिव्यु करें और कन्फर्म करें। आपको ट्रेडिंग password or OTP दर्ज करना होगा।
8.पोजीशन मॉनिटर करे
अब आपके trade के बाद market को monitor करें और देखें कि आपका स्टॉप लॉस लेवल कब एग्जीक्यूट होता है।
इसी मेथड का उपयोग करके आप intraday me stop loss लगा सकते है. और bank nifty me stop loss लगा सकते है।
आपको सिंपल इसी स्टेप को फॉलो करना है।
ध्यान रखें कि ऑप्शन ट्रेडिंग में जोखिम मैनेजमेंट बहुत महत्वपूर्ण है, और आपको अपने वित्तीय लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता के अनुसार स्टॉप लॉस लेवल तय करना होगा।