ग्राफिक्स कार्ड क्या है? इसके प्रकार कितने है , यह कैसे कार्य कार्य करता है और इससे जुड़े इत्यादि सवालों के जवाब आपको आज इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने पर मिल जायेगा। मुझे याद है जब मैं 12 कक्षा में पढ़ रहा था तब मुझे ग्राफ़िक्स कार्ड के बारे में पहली बार पता चला था. तब मेरे मन में बहुत से सवाल आये थे, आज आप इस आर्टिकल पढ़ रहे है , तो मझे लगता है की आपके मन में भी कुछ सवाल आये होंगे।
ग्राफ़िक्स कार्ड के कार्य की प्रक्रिया बहुत ही भिन्न-भिन्न और जटिल है, लेकिन खुशी की बात यह है की इसके विचार को समझना काफी आसान है. तो चलिए बिना देरी के ग्राफ़िक्स कार्ड के ज्ञान की गंगा में डुबकी लगाते है और इसके कुछ गंगामयी बूंदो से अपने मष्तिष्क को मजबूत(शुद्ध) बनाते है.
ग्राफ़िक कार्ड क्या है? (What is Graphic card in Hindi)
सामान्य रूप से, एक ग्राफिक्स कार्ड एक सर्किट बोर्ड पर कंप्यूटर के चिप का एक समूह होता है , जो आकार में बहुत छोटे होता है. ग्राफ़िक्स कार्ड को वीडियो कार्ड, डिस्प्ले कार्ड, डिस्प्ले एडप्टर और आदि के नाम से भी जाना जाता है.
मॉनिटर पर दिखाई देने वाली प्रत्येक इमेज कई बिन्दुओ से मिलकर बनी होती है, जिसे पिक्सेल कहा जाता है. रेसोलुशन सेटिंग में, एक स्क्रीन बड़ी मात्रा में पिक्सेल डिस्प्ले करता है(जो मिलियन में भी हो सकती है ) और कंप्यूटर को यह फैसला करना होता है की इमेज को बनाने के लिए प्रत्येक बिन्दुओ के साथ क्या करना है.
इस काम को करने के लिए एक ट्रांसलेटर की आवश्यकता पड़ती है , जो CPU से बाइनरी डाटा को ले सके और उसे इमेज में बदल सके, जो हमें आसानी से दिखाई दे. जब तक कंप्यूटर के मदरबोर्ड में ग्राफ़िक्स की क्षमता नहीं होती है , तब तक भाषांतर का कार्य ग्राफ़िक्स कार्ड के द्वारा होता है.
सामान्य रूप से, एक वीडियो कार्ड का उपयोग करने के बजाय आप वीडियो हार्डवेयर का उपयोग कर सकते है , जिसे मदरबोर्ड या CPU में इंटेग्रेट किया जा सकता है. दोनों के दृश्टिकोण को इंटीग्रेटेड ग्राफ़िक्स के नाम से जाना जाता है. वे कार्यान्वयन जो मदरबोर्ड पर निर्भर होते है , उन्हें “onboard video” के नाम से जाना जाता है और जो CPU पर निर्भर होते है , उन्हें “Accelerated Processing Unit”.
सबसे रोचक बात यह की दोनों ग्राफ़िक्स (इंटीग्रेटेड ग्राफ़िक्स कार्ड और डेडिकेटेड ग्राफ़िक्स कार्ड) को अलग-अलग डिस्प्ले करने के लिए एक साथ उपयोग किया है. अगर आपके पास कोई PC है तो आप इंटीग्रेटेड ग्राफ़िक को डेडिकेटेड ग्राफ़िक्स में अपग्रेड कर सकते है, इसका फायदा आपके कंप्यूटर के प्रदर्शन पर होता है.
ग्राफ़िक कार्ड कैसे काम करता है? (How does a graphic card work in Hindi)
मैंने आपको परिचय में ही बता दिया था की ग्राफ़िक कार्ड के कार्य जटिल होते है ,परन्तु इसके सिधान्तो और कॉम्पोनेन्ट को समझना बहुत ही ज्यादा आसान है.
एक ग्राफ़िक्स कार्ड कुछ रोचक और सुसंगत सिद्धांतो के साथ कार्य को करता है. CPU जो लगातार सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के सयोजन के साथ काम करता है. शुरुआत में , इमेज को बनाने के लिए सभी जानकारी ग्राफ़िक्स कार्ड को भेज देता है.
इसके बाद ग्राफ़िक्स कार्ड यह निश्चित करता है की स्क्रीन पर पिक्सेल का इस्तेमाल करके एक इमेज कैसे बनाया जाए . अंत में, तैयार जानकारी को एक केबल माध्यम से मॉनिटर के पास भेजा जाता है.
बाइनरी डाटा से इमेज को बनाना एक जटिल और अत्यधिक समय लेने वाली प्रक्रिया है. एक 3D-इमेज को बनाने के लिए ग्राफ़िक्स कार्ड कुछ लाइन्स(रेखा) से एक वायरफ्रेम निर्माण करता है. फिर यह इमेज को बिन्दुओ से ग्रीड में बदल देता है , जिसे rasterizing के नाम से जाना जाता है.
बहुत ही तेज गति वाले खेलो के लिए कंप्यूटर को इस प्रक्रिया से प्रति सेकंड 60 बार गुजरना पड़ता है. अगर ग्राफ़िक्स कार्ड नहीं होगा , तो गड़ना के लिए और कंप्यूटर सभालने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
कंप्यूटर के मुख्य चार घटको का उपयोग करके ग्राफ़िक्स कार्ड इस कार्य को पूरा करता है;
- डाटा और बिजली के प्रयोजन के लिए मदरबोर्ड कनेक्शन की आवश्यकता होती है.
- स्क्रीन पर पिक्सेल्स के साथ क्या करना है , इसका निर्णय लेने के लिए प्रोसेसर की आवश्यकता होती है.
- पिक्सेल की जानकारी रखने के साथ-साथ, इसके इमेज को अस्थाई रूप में स्टोर करने के लिए मेमोरी की आवश्यकता होती है.
- अंत में, परिणाम को दिखाने के लिए एक मॉनिटर की आवश्यकता होती है.
ग्राफ़िक कार्ड के प्रकार (Type of Graphic card in Hindi)
ग्राफ़िक कार्ड को 4 सामान्य प्रकारो में बाटा गया है , वो कुछ इस प्रकार है.
Integrated: इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स कार्ड जिसे ऑनबोर्ड ग्राफ़िक्स कार्ड के नाम जाना जाता है. सामान्य रूप से ये डिफ़ॉल्ट विकल्प होते है ,जो कंप्यूटर के स्टैंडर्ड मदरबोर्ड के साथ आते है. ये कार्ड मुलभुत और कम से कम शक्तिशाली किस्म के होते है, जब इनकी तुलना आज के समय में उपयोग की जाने वाली तकनीक से की जाती है.
इनमे एक अच्छी बात यह है की ये कम बिजली का उपयोग करते है. अगर आपके पास कोइ इंटीग्रेटेड ग्राफ़िक कार्ड है और आपको आज के आधुनिक गेम को खेलना है , तो आपको अपने इंटीग्रेटेड ग्राफ़िक कार्ड को अपग्रेड करना पड़ेगा।
Peripheral Component Interface or PCI: PCI ग्राफ़िक्स कार्ड मदरबोर्ड के साथ इंटीग्रेटेड नहीं होते है , अगर आपको इसे अपने कंप्यूटर से कनेक्ट करना है तो आपको मदरबोर्ड पर PCI स्लॉट का उपयोग करना पड़ेगा। असल में, ये कार्ड सामान्य तौर पर थोड़े पुराने होते है. कई ऐसे भी मदरबोर्ड है जिनमे PCI स्लॉट होते है और नए प्रकार के कनेक्शन के लिए जगह की कमी होती है.
Accelerated Graphics Port or AGP: PCI ग्राफ़िक्स कार्ड की तुलना में AGP ग्राफ़िक्स कार्ड बेहतर होते है और उस काम के लिए नामांकित PCI कार्ड है , इससे मतलब यह की स्लॉट नाम जो मदरबोर्ड से जुड़े होते है. सामान्य तौर पर AGP कार्ड में 4 गति होती है , जिसमे सबसे तेज 8x होता है. अगर आपके कंप्यूटर के मदरबोर्ड कम गति को समर्थन करता है, तो आपका ग्राफ़िक कार्ड धीमा व्यवहार करेगा।
PCI-Express: PCI-E कार्ड को सबसे विकसित ग्राफ़िक कार्ड माना जाता है , जो मदरबोर्ड के PCI-E स्लॉट से जुड़े होते है. PCI-E ग्राफ़िक कार्ड की अधिकतम गति 16x होती है. एक मदरबोर्ड में एक या एक से अधिक PCI-E स्लॉट होते है, उसमे एक या एक से अधिक PCI-E ग्राफ़िक कार्ड से जुड़े होते है और इनके शक्ति का संगठित उपयोग किया जाता है.
अपने PC में ग्राफिक कार्ड को कैसे चेक करे
अगर आपको नहीं पता की आप के कंप्यूटर में कौन-सी कार्ड है तो आप आसानी से अपने ग्राफ़िक्स कार्ड के नाम और इससे जुडी अन्य जानकारी को भी प्राप्त कर सकते है.
- कार्ड का पता लगाने के लिए आपको सबसे पहले रन डायलॉग बॉक्स को खोलना होगा , इसके लिए आपको अपने कीबोर्ड पर Window और R को एक साथ दबाना होगा।
- फिर रन डायलॉग बॉक्स में dxdiag टाइप करना होगा और इसे ok कर दे.
- अब आपके सामने एक DirectX Diagnostic tool नाम का एक पेज खुलेगा.
- इस पेज दिख रहे Display पर आपको क्लिक करना है.
- यहाँ पर आपको अपने ग्राफ़िक्स कार्ड के नाम का पता चलेगा और इससे जुडी अन्य जानकारी भी प्राप्त होगी।
ग्राफ़िक कार्ड के भाग (Parts of Graphic card in Hindi)
ग्राफ़िक कार्ड के कुछ पार्ट्स भी होते है, ये पार्ट्स ग्राफ़िक्स कार्ड के प्रिंटेड सर्किट में जुड़े होते है , जो कुछ इस प्रकार है;
Graphics Processing Unit or GPU: ग्राफ़िक्स प्रोसेसिंग यूनिट को विजुअल प्रोसेसिंग यूनिट के नाम से भी जाना जाता है. यह एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक सर्किट है जिसे एक फ्रेम को बनाने में तेजी लाने के लिए मेमोरी में हेरफेर करने और तेजी से परिवर्तित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो एक डिस्प्ले आउटपुट के लिए होता है.
Video BIOS: वीडियो BIOS जिसे फर्मवेयर के नाम से भी जाना जाता है , समान्य रूप से वीडियो कार्ड के शुरूआती समय में सेट अप और पूरी तरह से नियंत्रण करने के लिए कुछ प्रोग्राम होते है. इसमें मेमोरी टाइमिंग, ग्राफ़िक्स प्रोसेसर वोल्टेज , RAM और इसी तरह की जानकारी हो सकती है. आज के आधुनिक वीडियो BIOS टेक्नोलॉजी ग्राफ़िक कार्ड के अभी कार्यो को समर्थन नहीं करता है.
Graphics memory: वीडियो मेमोरी को VRAM के नाम से भी जाना जाता हैं. अधिकतर आधुनिक ग्राफ़िक कार्ड की मेमोरी क्षमता 1 GB से 12 GB तक होती है. वीडियो मेमोरी का यूज़ अन्य डाटा के साथ-साथ स्क्रीन इमेज को स्टोर करने के लिए किया जाता है.
इसमें Heat Sink, RAMDAC और आदि घटक भी होते है. एक हीट सिंक उस गर्मी को प्रसारित करता है जो CPU के द्वारा पुरे हीट सिंक में और यूनिट में उत्पन होती है. RAMDAC( रैंडम एक्सेस मेमोरी डिजिटल टू एनालॉग कनवर्टर) डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में बदल देता है.
ग्राफ़िक कार्ड के फायदे (Advantages of Graphic card in Hindi)
1.Performance
एक ग्राफ़िक कार्ड आपके कंप्यूटर सिस्टम की प्रदर्शन को बड़ा देता है. इसकी खुद की ग्राफ़िक प्रोसेसिंग यूनिट है , जो ग्राफ़िक प्रोसेसिंग का कार्य करती है. ग्राफ़िक कार्ड अपने काम को करने के लिए CPU पर निर्भर नहीं होते है, परिणामस्वरूप CPU पर कम लोड पड़ने से इसका प्रभाव सिस्टम से प्रदर्शन पड़ता है.
2.Gaming
ग्राफिक कार्ड का मुख्य लक्ष्य ग्राफिक की मांग गेम्स को अनुमति प्रदान करना होता है. यह बात सही है की आज के कंप्यूटर इंटीग्रेटेड ग्राफ़िक के साथ आते है , लेकिन आज के गेम्स की ग्राफ़िक मांग को पूरा करने में असर्थ होते है.
3.Memory Usage
एक कंप्यूटर से निर्मित ग्राफिक कार्ड काम को करने के लिए सिस्टम मेमोरी के कुछ भाग को शेयर करता है. अगर एक ग्राफ़िक कार्ड का उपयोग हो रहा है , तो उनकी खुद की मेमोरी होती है , जिससे कंप्यूटर की मेमोरी खाली हो जाती है.
4.Video Experience
गेम्स के अलावा भी , एक ग्राफिक कार्ड वीडियो अनुभव को बड़ा सकता है , मुख्य रूप से HD और Blu-ray वीडियो देखते समय. वीडियो को बनाने और कम्प्रेस करने में भी इनका योगदान होता है.
5.Driver Support
जब भी यूजर के लिए अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करने के लिए नया गेम पेश किया जाता है , तो अधिकतर डेडिकेट ग्राफ़िक कार्ड में अच्छा ड्राइव सपोर्ट होता है.
ग्राफ़िक कार्ड के नुकसान (Disadvatages of Graphic card in Hindi)
1.Cost
ग्राफ़िक कार्ड के मॉडल के आधार पर इसके दाम अधिक महंगे होते है. ग्राफ़िक कार्ड की कीमत जितनी अधिक होती है उस ग्राफ़िक कार्ड का प्रदर्शन उतना ही अच्छा होता है.
2.Speed
जब भी उच्च रेसोलुशन और कलर होता है , तो इसका प्रभाव प्रदर्शन पर जरूर पड़ता है, क्यूंकि सिस्टम को अधिक जानकारी से गुजरना होता है।
3.Overheating
ग्राफ़िक कार्ड अधिक बिजली का उपभोग करते है , जिससे अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा का निर्माण होता है, जो CPU को गर्म कर देती है. इसीलिए अधिकांश ग्राफ़िक कार्ड 1-3 फंखो के साथ आते है , जो कुछ हद तक CPU को ठंडा करने में सफल होते है.
4.Power Consumption
एक ग्राफ़िक कार्ड अन्य डिवाइस की तुलना में आपके कंप्यूटर में अधिक बिजली का उपभोग करते है. ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि ये अत्यधिक गड़ना करते है , जिसमे अधिक शक्ति की जरुरत पड़ती है.
5.Weight
यदि किसी कंप्यूटर या विशेष रूप से लैपटॉप में ग्राफ़िक कार्ड हो तो वह अधिक भारी होते है.