E Commerce Business Model in Hindi । e-commerce meaning in hindi

E-commerce business model एक बिज़नेस सिस्टम है जो वस्तुओं और सेवाओं की आपसी खरीददारी और मार्केटिंग को ऑनलाइन माध्यम के माध्यम से संभालती है।

इसमें ग्राहक और विक्रेता आपस में इंटरनेट के माध्यम से संबंध बनाते हैं और बिज़नेस की प्रक्रिया को संचालित करते हैं।

E-commerce ने मार्केटिंग के तरीकों में बदलाव किया है और व्यापारिक गतिविधियों को डिजिटल मंच पर ले आया है।

यह business model ग्राहकों को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स पर उपलब्ध वस्तुओं और सेवाओं की खोज, विवरण, और खरीदी करने की सुविधा प्रदान करता है।

व्यापारी इसके माध्यम से अपने उत्पादों या सेवाओं को विस्तारित रूप से प्रदर्शित कर सकते हैं, जिससे उनकी आपसी पहुंच और बिक्री में वृद्धि होती है।

ई-कॉमर्स व्यापार मॉडल के अंतर्गत उपस्थित विभिन्न रूपों में जैसे B2C, B2B, और B2C, मार्केट की विशेषताएँ और आवश्यकताएँ होती हैं जो इसे एक व्यापक और सुचारू business model बनाती है।

E commerce business model क्या होता है ? e-commerce meaning in hindi

E commerce business model एक तरीका है जिससे व्यापारी और ग्राहक इंटरनेट के माध्यम से सामूहिक रूप से जुड़ सकते हैं और सामान और सेवाएं खरीदने-बेचने में शामिल हो सकते हैं।

इसमें online platform का उपयोग होता है जो ग्राहकों को विभिन्न प्रोडक्ट और सेवाओं के साथ जोड़ने और डिटेल प्रदान करने की सुविधा देते हैं।

विभिन्न प्रकार के e-commerce models जैसे B2C (Business to Customer), B2B (Business to Business), and C2C (Consumer-to-consumer) इस business model का हिस्सा हो सकते हैं।

E-commerce Business Model के प्रकार

1. Business to Business Ecommerce

B2B or business-to-business e-commerce में, व्यापारी दो या दो से अधिक business consumers के बीच विभिन्न प्रोडक्ट और सर्विस की business exchange करते हैं।

इसमें एक कंपनी दूसरी कंपनी को प्रोडक्ट या सर्विस की बड़ी मात्रा में खरीददारी कर सकती है और इसे आपसी समझौतों या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से कर सकती है।

इसमें विशेष तौर से व्यापारी जानकारी, बड़े और छोटे वस्त्रों की मात्रा और विभिन्न उद्योगों में उपयोग होता है।

B2B e-commerce business model ने business exchange को और सुगम बना दिया है, जिससे उद्यमियों को अपने आपका विकसित करने और विस्तार करने में मदद मिलती है।

Example

यदि एक फैशन प्रोडक्ट निर्माता दूसरी व्यापारिक कंपनी को अपने नए डिज़ाइन और स्टाइल के कपड़ो की बड़ी मात्रा में खरीददारी करने की सुविधा प्रदान करता है, तो यह एक बी2बी ई-कॉमर्स उदाहरण हो सकता है। इसमें एक व्यापारिक लेन-देन हो रहा है, जहां एक कंपनी दूसरी कंपनी के साथ बड़ी मात्रा में सामान खरीद रही है जिसे वह अपने रिटेल उपभोक्ताओं के लिए बेच सकती है।

2. Business-to-business (B2B)

Business-to-business, जिसे हम B2B कहते हैं, एक ऐसा business model है जहां एक बिज़नेस दूसरे बिज़नेस से सीधे रूप से सामान खरीदता है या बेचता है। इसमें कोई व्यक्तिगत ग्राहक शामिल नहीं होता, सभी संबंध व्यापारिक होते हैं।

यह तब होता है जब एक कंपनी अन्य कंपनियों को उपभोक्ता या वस्त्र या सेवा प्रदान करती है, जिसे वह फिर अपने उद्यमिता या अंत उपभोक्ताओं को बेच सकती है। इसमें व्यापारिक समझदारी, विशेषज्ञता, और सही समय पर शुद्ध लेन-देन की आवश्यकता होती है।

Example

एक उदाहरण के रूप में, एक B2B स्वरूप कंपनी हो सकती है जो electronic component बनाती है और फिर इन कंपोनेन्ट्स को आगे बढ़ाने के लिए एक अन्य कंपनी को बेचती है जो इन कंपोनेन्ट्स का उपयोग करके एक electronic product बनाती है, जैसे कि मोबाइल फ़ोन।

यहां, पहली कंपनी ने अपने प्रोडक्ट को विकसित करने के लिए विशेषज्ञता प्रदान की है, और दूसरी कंपनी ने उन कंपोनेन्ट्स को खरीदकर अपने प्रोडक्ट की निर्माण की है। इस प्रकार, दोनों ही कंपनियाँ एक अन्य के साथ व्यापारिक सम्बन्ध बनाती हैं, जिससे वे आपसी फायदा हासिल कर सकती हैं।

3. Consumer-to-consumer (C2C)

Consumer to consumer (C2C) एक ऐसा business model है जिसमें एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को सीधे सामान बेचता या खरीदता है।

इसमें कोई बड़ी कंपनी नहीं होती, सीधे व्यक्ति से व्यक्ति के बीच सौदा होता है। यह तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने पुराने कपडे, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट, या किसी और चीज़ को इंटरनेट पर बेचना चाहता है और कोई दूसरा व्यक्ति उसे खरीदना चाहता है।

इसमें व्यक्ति अपने उपयोग में नहीं आ रहे सामान को बेचकर या खरीदकर अपने और दूसरे के बीच एक सीधा संबंध बना सकता है।

Example

एक उदाहरण के रूप में, एक व्यक्ति ने अपने पुराने साइकिल को इंटरनेट पर बेचने का निर्णय किया। उन्होंने online local marketing platform पर अपनी साइकिल की फ़ोटो और विवरण शेयर किया।

एक दूसरा व्यक्ति, जो एक नई साइकिल खरीदना चाहता था, ने उसकी लिस्टिंग देखी और उससे सीधे मिलकर विचार किया कि वह साइकिल खरीदेगा।

दोनों ने मिलकर एक ठीक-ठाक दील की और साइकिल की खरीददारी और बिक्री का संदर्भ स्थापित किया, जिससे यूजर को एक अच्छा सा विकल्प मिला और ये एक C2C business का उदाहरण बना।

4. Business-to-government (B2G)

Business-to-Government (B2G) एक ऐसा business model है जिसमें बिज़नेस या कंपनी सरकार से सीधे संबंध बनाती है और उसे अपनी वस्तुओं या सेवाओं की बेचने का अधिकार होता है।

इसमें कोई व्यक्तिगत उपभोक्ता शामिल नहीं होता, बल्कि संबंध व्यापार और सरकार के बीच होते हैं। उदाहरण के लिए, एक कंपनी जो सरकार को अपनी तकनीकी सर्विस या प्रोडक्ट की पेशकश करती है, business-to-government business का उदाहरण हो सकती है। इसमें बिड़े निवेदन, कॉन्ट्रैक्ट्स और गोवेर्मेंट प्रोसेस का समर्थन करने की आवश्यकता होती है।

Example

एक IT company जो सॉफ़्टवेयर सलूशन प्रदान करती है, ने एक स्थानीय सरकार को अपनी e-governance platform की पेशकश की। इसमें शहर के निवासियों को ऑनलाइन सेवाएं प्राप्त करने और सरकारी प्रक्रियाओं को सुधारने का उद्देश्य था।

सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया और उसके बाद कंपनी ने सरकार को सॉफ़्टवेयर और तकनीकी सपोर्ट प्रदान किया।

इस तरह, यह business-to-government (B2G) का एक उदाहरण बनता है, जिसमें व्यापार ने सरकार को तकनीकी समाधान प्रदान करके उसकी सेवाओं को सुधारने में मदद की।

5. Direct-to-consumer (D2C)

Direct-to-consumer (D2C) एक business model है जिसमें प्रोडक्ट या सेवा सीधे उपभोक्ता को बेचा जाता है, बिना किसी बिचौलिये या दलाल के माध्यम से।

इसमें कोई बड़ी विपणी संलग्न नहीं होती, सीधे उपभोक्ता के साथ संबंध बनते हैं। यह तब होता है जब कोई कंपनी अपने उत्पादों या सेवाओं को खुद से सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाना चाहती है, उचित मूल्य में।

इसमें online marketplaces का उपयोग किया जा सकता है या कंपनी अपनी website or retail stores के माध्यम से उत्पादों को सीधे ग्राहकों को पहुंचा सकती है।

Example

एक स्वस्थ खाने की उत्पाद निर्माता ने अपने नए ओटमील ब्रांड को बजट-फ्रेंडली और हेल्थ ऑप्शन के साथ सीधे ग्राहकों के पास पहुंचाने के लिए ऑनलाइन बेचने का निर्णय लिया।

इसने अपनी uniqueness और excellence को बढ़ावा देने के लिए अपनी वेबसाइट को तैयार किया और प्रोडक्ट को सीधे ग्राहकों को ऑनलाइन बेचा।

इस रूप में, यह बिज़नेस ने marketplaces या middlemen की सहायता के बिना ग्राहकों को अपने प्रोडक्ट से सीधे जोड़ा, जिसे हम direct-to-consumer (D2C) business model कहते हैं।

6. Consumer-to-business (C2B)

Business to consumer (C2B) एक ऐसा business model है जिसमें उपभोक्ता सीधे कंपनियों को अपनी सेवाएं या उत्पादों की पेशकश करता है।

इसमें उपभोक्ता सीधे उद्यमिता को सामग्री, अनुभव, या अन्य सामग्री प्रदान कर सकता है, और उद्यमिता इसके लिए उपभोक्ता को भुगतान करती है।

व्यक्तिगत उपभोक्ता की विशेषता और विचार को महत्वपूर्ण माना जाता है, और उद्यमिता उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सामग्री का मूल्यांकन करती है।

उदाहरण के रूप में, एक फोटोग्राफर जो self-promotion के लिए अपनी तस्वीरें बेचना चाहता है, वेबसाइट पर अपनी फोटोग्राफी सेवाएं प्रदान कर सकता है और व्यापारी इन तस्वीरों के लिए भुगतान करके उन्हें अपने विपणी काम के लिए उपयोग कर सकता है।

Example

एक ब्लॉगर जो एक प्रमुख फैशन ब्रांड की विशेषज्ञता रखता है, ने उस ब्रांड को उनके ब्लॉग और सोशल मीडिया पर प्रमोट करने का प्रस्ताव दिया।

ब्रांड ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया और उस ब्लॉगर को अपने नए उत्पादों की पेशकश करने के लिए भुगतान किया, जिससे ब्रांड का प्रचार-प्रसार और उपभोक्ताओं के बीच संबंध मजबूत हुआ।

इस तरह, यह एक C2B (business to consumer) उदाहरण है, जहां एक उपभोक्ता ने अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करके एक व्यापार को सीधे अपने सामरिक सामग्री के लिए जोड़ा।

E commerce Revenue Model के प्रकार

Subscription model

Subscription model एक Subscription model है जिसमें ग्राहकों को नियमित अंतराल पर सर्विस या प्रोडक्ट का उपयोग करने के लिए सदस्यता लेने का मैकेनिज़्म होता है।

इस मॉडल के तहत, ग्राहकों को मासिक, वार्षिक, या किसी अन्य समय सीमा में सेवाओं या उत्पादों के लिए भुगतान करना पड़ता है, और उन्हें सब्सक्रिप्शन की सुविधा और लाभ प्राप्त होता है।

इस मॉडल का उदाहरण लोगों की तैयारी से संबंधित हो सकता है, जैसे एक online exercise app जो ग्राहकों को हर महीने के लिए व्यायाम सामग्री, वीडियो, और ऑनलाइन क्लासेस का अनुभव करने के लिए सदस्यता लेने की सुविधा प्रदान करता है।

ग्राहकों को स्थिर और नियमित सेवाओं का उपयोग करने का अधिकार होता है, और इससे व्यापार को नियमित और स्थिर आय प्राप्त होती है।

White-labeling Model

“white-labeling” e-commerce revenue model एक ऐसा मॉडल है जिसमें एक कंपनी दूसरी कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस को अपने ब्रांड के रूप में बेच सकती है।

इस मॉडल के अंतर्गत, एक कंपनी एक अन्य कंपनी के बनाए गए प्रोडक्ट या सर्विस को अपने नाम और ब्रांड के साथ पुनः ब्रांडिंग करती है और इन्हें अपने ग्राहकों को प्रदान करती है।

इस मॉडल का उदाहरण mobile application development कंपनी से लिया जा सकता है जो एक बिजनेसमैन या ब्रांड के लिए एक ऐसा ऐप बना सकती है जो उनके ग्राहकों के लिए उपयुक्त होता है।

इसके बाद, यह ऐप उस व्यवसायी या ब्रांड के नाम पर लॉन्च किया जाता है, जिससे उस ब्रांड को अपने ग्राहकों के लिए एक नया डिजिटल प्रोडक्ट मिलता है जिसे वह अपने ब्रांड के रूप में प्रमोट कर सकता है।

इस प्रकार, यह एक साझेदारी का मॉडल है जो एक कंपनी को दूसरी कंपनी के प्रोडक्ट का उपयोग करने और उन्हें अपने ब्रांड के रूप में बेचने की सुविधा प्रदान करता है।

Manufacturing Model

“Manufacturing model” e-commerce revenue model एक ऐसा होता है जिसमें एक कंपनी अपने प्रोडक्ट को सीधे ग्राहकों को बेचती है, बिना किसी बिचौलिये के माध्यम से।

इस मॉडल के अंतर्गत, कंपनी खुद अपने प्रोडक्ट की निर्माण और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी संभालती है, और उन्हें अपनी वेबसाइट या अन्य आपूर्ति प्लेटफॉर्म के माध्यम से सीधे ग्राहकों को बेचती है।

इस मॉडल का उदाहरण एक ज्वेलरी डिज़ाइन कंपनी से लिया जा सकता है, जो अपनी वेबसाइट और अन्य बिक्री प्लेटफॉर्मों के माध्यम से अपने नए ज्वेलरी लाइन को सीधे ग्राहकों को बेचती है।

कंपनी ने अपने प्रोडक्ट के निर्माण और डिज़ाइन की पूरी प्रक्रिया को संभाला है और इन्हें सीधे अपने ग्राहकों के साथ साझा करती है, जिससे उसे अपनी हाई क्वालिटी और यूनिक डिज़ाइन विकसित करने में मदद मिलती है और उसे अधिक सीधा और अधिक प्रत्याशित ग्राहकों के साथ संबंध बनाने का अवसर प्राप्त होता है।

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Dropshipping Model

“Dropshipping Model” एक e-commerce revenue model है जिसमें एक व्यापारी अपने ऑनलाइन स्टोर पर प्रोडक्ट को बेचता है, लेकिन उसे स्वयं उन प्रोडक्ट की दीर्घकालिक रखरखाव और स्टॉकिंग की जिम्मेदारी नहीं होती।

इसके बजाय, उसका वित्तीय प्रबंधन केवल ग्राहक के आदेश के समय और उसके आवश्यकताओं के अनुसार होता है।

इस मॉडल में, जब ग्राहक ऑर्डर करता है, तब व्यापारी उस ऑर्डर को उसके नाम पर एक या एक से अधिक उपभोक्ताओं से सीधे प्रोडक्ट की आपूर्ति करने वाले वितरक या उत्पादक की ओर भेजता है।

इसका अर्थ है कि व्यापारी को अपनी स्टोर पर स्टॉक रखने की आवश्यकता नहीं है और वह निर्माता या वितरक की स्टॉक का उपयोग करके ग्राहकों को उत्पाद प्रदान करता है।

Dropshipping Model में, व्यापारी की विशेष बात यह है कि उसे प्रोडक्ट को खरीदने और स्टॉक करने के लिए पहले से ही पैसा नहीं खर्च करना पड़ता है, और उसे ग्राहक के आर्डर के समय ही उत्पाद की खरीददारी करनी होती है।

यह प्रोडक्ट की विशेषता, मूल्य तथा आपूर्ति की चिंता को कम करता है और उच्च लाभ की प्राप्ति के लिए एक सुविधाजनक पैम्पर है।

Wholesale और Warehousing Model

“Wholesale और Warehousing Model” एक e-commerce revenue model है जिसमें व्यापारी बड़े पैम्पर और वाणिज्यिक स्तर पर प्रोडक्ट की भंडारण और बाजार में प्रस्तुति करने की जिम्मेदारी लेता है।

इस मॉडल में, व्यापारी बड़े बर्तनगार, वेयरहाउस या भंडार में प्रोडक्ट को खरीदता है और इन्हें अपने खुद के वेबसाइट या अन्य आपूर्ति प्लेटफ़ॉर्म पर बेचता है।

इस मॉडल का उदाहरण एक बिजनेसमैन को सूट और शर्ट के भंडार को खरीदने का निर्णय लेना हो सकता है।

उसे बड़े बाजार से लगातार सप्लाई लेने की आवश्यकता होती है ताकि वह अपने ग्राहकों को विभिन्न रंग, आकार और डिज़ाइन में सूट और शर्ट प्रदान कर सके।

वह ये सामग्री स्वयं अपने वेयरहाउस में स्टॉक करता है और उन्हें अपने ऑनलाइन स्टोर के माध्यम से ग्राहकों को बेचता है।

इस प्रकार, वह ग्राहकों को बड़ी राशि में प्रोडक्ट के विकल्प प्रदान करने का लाभ उठा सकता है और व्यापार को बड़े पैम्पर पर बनाए रखने का फायदा हो सकता है।

E-Commerce Business Model Plan कैसे करें

एक business plan लिखना आपको आपके e-commerce business और revenue model को परिभाषित करने में मदद कर सकता है — या, अन्य शब्दों में, आपको यह तय करने में सहारा प्रदान कर सकता है कि आप किसे बेच रहे हैं और आपका व्यापार कैसे धन कमाएगा। यहां कुछ प्रश्न हैं जो आपको शुरू करने में मदद कर सकते हैं:

आपके ग्राहक कौन हैं?

आपको अपने दर्शकों को जानना चाहिए, लेकिन यह गहरा नहीं होना चाहिए। अपने व्यापार को वित्तीय मंदी या उपभोक्ता व्यवहार में परिवर्तनों के साथ कैसे सामर्थ्यपूर्ण बना सकता है, इसमें कई आय स्रोत विकसित करना मदद कर सकता है — बस सभी को बेचने की कोशिश करके अपने आप को अधिक बढ़ाने का प्रयास ना करें।

वे आपके उत्पाद और सेवाएं कितनी बार खरीदेंगे?

क्या आप कुछ ऐसा बेच रहे हैं जिसकी आवश्यकता ग्राहकों को नियमित अंतराल पर होगी, या क्या आपकी अधिकांश बिक्री एक-बार होंगी?

यदि आप एक सब्सक्रिप्शन व्यापार की कड़ी कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास नियत रूप से सीधे संग्रहण करने और भेजने के लिए सामग्री और संसाधन हैं।

क्या आप स्टॉक रखेंगे?

यदि आप स्टॉक रखे बिना बड़ी मात्रा में सामान बेचना चाहते हैं, तो प्रिंट-ऑन-डिमैंड और ड्रॉपशिपिंग आपको आकर्षित कर सकते हैं।

आपको कितना नियंत्रण चाहिए?

यदि आप अपने उत्पादों की गुणवत्ता और उत्पादन में पूरी तरह से शामिल होना चाहते हैं, तो ड्रॉपशिपिंग आपको आकर्षित नहीं कर सकता है।

आप कितने उत्पाद प्रदान करेंगे?

क्या आप ग्राहकों को कई रंग, आकार और पैकेज के विकल्प प्रदान करना चाहते हैं? जितने अधिक विकल्प आप प्रदान करेंगे, उतना ही आपको अपने आप को आपके आपूर्तिकर्ताओं को प्रबंधित करना होगा।

आपके पास कितना बैंडविड्थ है?

यदि आपका e-commerce business एक साइड गिग है, तो आप सरकारी ठेकों या बड़े व्यापार-से-व्यापार ऑर्डर्स स्वीकार करने के लिए पूर्णत: तैयार नहीं हो सकते हैं।

अमेज़न एक B2C कंपनी क्यों है?

अमेज़न एक B2C (Business to Consumer) कंपनी है क्योंकि यह अपने बिज़नेस मॉडल के माध्यम से प्रोडक्ट और सेवाओं को सीधे अंत उपभोक्ताओं तक पहुंचाती है।

अमेज़न ने अपनी प्लेटफ़ॉर्म पर विभिन्न उत्पादों को ऑनलाइन बेचने का सुविधाजनक तरीका अपनाया है और इससे उपभोक्ताओं को ब्रांड द्वारा सीधे अपने उत्पादों की खरीददारी करने का अवसर मिलता है।

B2C B2B से बेहतर क्यों है?

B2C और B2B दोनों ही विभिन्न व्यापार मॉडल हैं और इनमें से कोई एक “बेहतर” है, यह व्यक्ति और उनके उद्देश्यों पर निर्भर करता है। यहां कुछ कारगर तरीके हैं जिनसे दोनों मॉडल्स में अपनाए जा सकते हैं:

B2C (Business to Consumer):

Direct Relationship: B2C मॉडल में व्यापार सीधे अंत उपभोक्ता के साथ होता है, जिससे सीधे संबंध बन सकते हैं और उनकी आवश्यकताओं को समझ सकते हैं।

Branding: B2C कंपनियां अपने उपभोक्ताओं के साथ सीधे संबंध बनाकर ब्रांड लोयल्टी बढ़ा सकती हैं।

Market Expansion: यह बिज़नेस बाजार को विस्तारित कर सकता है और अनेक उपभोक्ताओं को सीधे पहुंचा सकता है।

B2B (Business to Business):

Large Transactions: B2B मॉडल में बड़ी राशि में लेन-देन हो सकती है, जिससे व्यापार को अधिक लाभ हो सकता है।

विशेषज्ञ जानकारी: B2B संबंध में विशेषज्ञ जानकारी और अनुभव हो सकता है, जिससे विस्तारित और उच्च-मूल्य उत्पाद और सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं।

Expert knowledge: B2B व्यापार में संबंध दीर्घकालिक रह सकते हैं, जिससे निरंतर व्यापार की संबंधितता बनी रह सकती है।

इन दोनों मॉडल्स की विशेषताएँ और उनके लाभ व्यक्ति के उद्देश्यों, व्यापार की प्रकृति, और बाजार की आवश्यकताओं पर निर्भर करेंगी। एक अच्छे व्यापारी को यह निर्णय लेने के लिए अपने उद्देश्यों और विचारों को सावधानीपूर्वक विचारना चाहिए।

E-Commerce Business के फायदे

ई-कॉमर्स व्यापार के कई फायदे होते हैं, जो उद्यमियों को व्यापार की दुनिया में आगे बढ़ने में मदद करते हैं। यहां कुछ मुख्य फायदे हैं:

  1. E-Commerce Business का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप अपने प्रोडक्ट और सेवाओं को विश्वभर में पहुंचा सकते हैं। यह आपको विशाल और विस्तृत बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।
  2. आप आसानी से ग्राहकों से संपर्क कर सकते हैं और उनकी प्रतिक्रिया सुन सकते हैं, जिससे आप उत्पादों और सेवाओं को समार्थन देने में सक्षम होते हैं।
  3. ई-कॉमर्स व्यापार आपको प्रोडक्ट को अच्छी तरह से पैक करने, स्टोर करने और वितरित करने का एक सुविधाजनक तरीका प्रदान करता है, जिससे आप ग्राहकों को तेजी से और सही रूप से उपभोग तक उपयुक्त सामग्री पहुंचा सकते हैं।
  4. इंटरनेट पर retail business करने के लिए अच्छी तकनीकी और व्यावसायिक योजना के साथ, छोटे उद्यमियों को बड़े रिटेलर्स के साथ मुक़ाबला करने में सक्षम बनाता है।
  5. ग्राहकों को अपने घर से ही आसानी से और विश्वभर में बहुत से विकल्पों में शॉपिंग करने की सुविधा मिलती है, जिससे उनका शॉपिंग अनुभव सुधारता है।

FAQs

ई बिजनेस मॉडल के चार मुख्य प्रकार कौन से हैं?

ई-बिजनेस मॉडल के चार मुख्य प्रकार हैं:

बी2सी (B2C) – Business to Consumer: इसमें व्यापार उत्पाद या सेवाएं सीधे अंत उपभोक्ता को बेचता है।

बी2बी (B2B) – Business to Business: इसमें एक व्यापार दूसरे व्यापार को उत्पाद या सेवाएं बेचता है।

सी2सी (C2C) – Consumer-to-consumer: इसमें एक उपभोक्ता दूसरे उपभोक्ता को उत्पाद या सेवा बेचता है, आमतौर पर ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से।

बी2जी (B2G) – Business-to-government: इसमें एक व्यापार सरकार को उत्पाद या सेवाएं बेचता है।

b2c b2b b2g c2g c2c क्या है?

B2C (Business to Consumer): इसमें व्यापार उत्पाद या सेवाएं सीधे अंत उपभोक्ता को बेचता है।

B2C (Business to Consumer): इसमें एक व्यापार दूसरे व्यापार को उत्पाद या सेवाएं बेचता है।

B2C (Business to Consumer): इसमें एक व्यापार सरकार को उत्पाद या सेवाएं बेचता है।

B2C (Business to Consumer): इसमें एक उपभोक्ता सरकार को सीधे सेवाएं प्रदान करता है, जैसे कि ई-गवर्नेंस और ई-सरकार सेवाएं।

C2C (Consumer to Consumer): इसमें एक उपभोक्ता दूसरे उपभोक्ता को उत्पाद या सेवा बेचता है, आमतौर पर ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से।

C2C कंपनी उदाहरण क्या है?

C2C (Consumer to Consumer) कंपनी का उदाहरण: OLX और Quikr, जो कंस्यूमर को कंस्यूमर के बीच उत्पादों और सेवाओं की खरीददारी और बिक्री के लिए समर्पित हैं।

B2B का पूरा नाम क्या है?

B2B का पूरा नाम है “Business to Business“।

B2C का पूरा नाम क्या है?

B2C का पूरा नाम है “Business to Consumer“।

b2c कौन सा व्यवसाय है?

B2C व्यवसाय वह है जिसमें व्यापार उत्पाद या सेवाएं सीधे अंत उपभोक्ता को बेचता है।

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