हमारे भारत देश में टीचर के प्रति लोगो के मन में एक विशिष्ट व्यवहार और आदर होता है. क्यूंकि वह टीचर ही होता है जो स्टूडेंट को उसके भविष्य को उज्जवल बनाने में मदत करता है.
जब भी कोई स्टूडेंट अपने जीवन में कुछ बड़ा हासिल करता है तब उसे हमेशा ही अपने टीचर का आभारी होना चाहिए। यही कारण है की हमारे देश में टीचर की कितनी ज्यादा मांग है.
सरकारी टीचर बनाने के कई तरीके है. इन तरीको को हम एक एक करके देखने वाले है.
टीचर बनने की शुरुआत कहा से करे?👩🏫
सरकारी स्कूलों के टीचर बनने के लिए कैंडिडेट को सबसे पहले बेसिक(बुनियादी) योग्यता को पर करना होगा। इसके आलावा आपको अपने सेकंडरी एजुकेशन में ६०% से अधिक प्राप्त होने चाहिए। निचे जो लिस्ट दी गयी है उनमे इसे किसी एक डिग्री में ८०% तक आने चाहिए।
उन कोर्सो की लिस्ट जो आपको सरकारी टीचर बनने या अप्लाई के लिए योग्य बनाते है.
बैचलर ऑफ़ एलेमेन्ट्री एजुकेशन (B.EI.Ed), बैचलर ऑफ़ एजुकेशन (B.Ed), मास्टर ऑफ़ एजुकेशन प्रोग्राम(M.Ed),डिप्लोमा इन एजुकेशन(D.Ed)एलीमेंट्री टीचर एजुकेशन प्रोग्राम,प्री-स्कूल टीचर एजुकेशन प्रोग्राम ,फिजिकल एजुकेशन प्रोग्राम (C.P.Ed)।
ऊपर जितने भी कोर्स बताये गए है इन्हे देने के बाद या पूरा करने के बाद आप एंट्रेंस एग्जाम देने के लायक होते है. यह एंट्रेंस एग्जाम आपको सरकारी टीचर बनने की अनुमति प्रदान करते है.
सरकारी टीचर बनने के लिए एंट्रेंस एग्जाम कौन से है? 📰
जो भी व्यक्ति सरकारी टीचर बनना चाहता है उसके भारत के केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा आयोजित टीचर एलिजिबल टेस्ट जरूर देना चाहिए। सरकारी टीचर की पद के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा आयोजित एंट्रेंस एग्जाम की सूचि नीचे दी गयी है.
TET: इसमें दो लेवल के टेस्ट होते है( परेलियम्स और मेन्स), यह भारत के राज्य और केंद सरकार के टीचर नौकरी पोस्टिंग के लिए होती है.
CTET: CTET क फुल फॉर्म सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट होता है , यह उन लोगो के लिए होता है जो भारत में केंद्र सरकार में टीचर के पद के अप्लाई करना चाहते है.
STET: STET का फुल फॉर्म स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट होता है, यह उन लोगो के लिए होता है हो भारत के राज्य सरकार में टीचर के पद के लिए अप्लाई करना चाहते है.
NET: इस एंट्रेंस एग्जाम को भारत के विश्वविद्यालय और कॉलेजो में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए अप्लाई करने के लिए होता है.
TET Examination
TET or CTET परीक्षा में दो पेपर होते है, पेपर 1 और पेपर 2. पेपर १, १ से ५ तक के कक्षा के चयन के लिए और पेपर २, ५ से ८ के कक्षा के चयन के लिए होता है. यदि कैंडिडेट दोनों ही परीक्षाओ को देता है तब वह १ से लेकर ८ के बच्चो को पड़ा सकता है.
यदि बार कैंडिडेट TET के एग्जाम में पास हो जाता है तब वह विंभिन्न सरकारी टीचर के नौकरी के लिए अप्लाई कर सकता है. कैंडिडेट को केवल उस स्कूल में जाकर इंटरव्यू देना होगा। यदि कैंडिडेट के पास कौशल है तो उसे नौकरी मिल जाएगी।
भारत में टीचिंग पोस्ट के लेवल
भारती टीचर को भारतीय सरकार के द्वारा प्रदान की जाने वाले चार-चार पोस्ट्स:
Pre Primary Teacher (पूर्व प्राथमिक शिक्षक)
इस केटेगरी में टीचर की भर्ती एलकेजी से १ कक्षा के बच्चो को पढ़ाने के लिए की जाती है. केटेगरी में टीचर को ३ से ५ वर्ष के बच्चो को संभालना होता है.
Primary Teacher (प्राथमिक अध्यापक)
एक केटेगरी में टीचर कक्षा १ से ५ तक के क्षात्र को पढ़ाते है. प्राइमरी टीचर बनने के लिए आपके पास B.Ed की डिग्री चाहिए जिसमे ५०% अंक होने ही चाहिए।
प्री-प्राइमरी टीचर और प्राइमरी टीचर को किसी विशिष्ट विषय में योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है. इन्हे सैलरी १० हजार से ३० हजार के बिच में मिलता है. इसलिए सरकारी स्कूल में प्राइमरी टीचर के लिए नौकरिया खाली हैं.
Trained Graduate Teacher(प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक)
एक ट्रेनेड ग्रेजुएट टीचर कक्षा ६ से ८ तक के क्षात्र को पढ़ाते है. एक TGT बनने के लिए B.Ed की डिग्री होनी चाहिए जिसमे आपको ६०% तक अंक प्राप्त होने चाहिए। सैलरी भी आपको ४० हज़ार से ५० हज़ार मिल जाती है.
Post Graduate Teacher(स्नातकोत्तर शिक्षक)
पोस्ट ग्रेजुएट टीचर किसी विशीष्ट विषय में विशेषग्यता के साथ ९ से १२ कक्षा के क्षात्र को पड़ा सकता है. बस उसकी पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री पूरी होनी चाहिए जिसमे उसे ६०% तक अंक प्राप्त होने चाहिए। इनकी सैलरी ५० हज़ार से ९० हज़ार तक होती है.
एक Teacher क्या करता है?
एक टीचर की प्राथमिक जिम्मेदारी छात्रों को सीखने के लिए कक्षा शिक्षा प्रदान करना है। शिक्षक निम्नलिखित कार्यों को निष्पादित करके इसे पूरा करते हैं, जो स्कूल और शिक्षा के लेवल के आधार पर भिन्न हो सकते हैं:
- अच्छा कोर्स बनायें और पढ़ायें।
- विद्यार्थी के काम की ग्रेडिंग करना और छात्रों और अभिभावकों को टिप्पणियाँ प्रदान करना
- कक्षा नियमों को स्थापित करना और लागू करना।
- अन्य प्रशिक्षकों, फैकल्टी और प्रशासन के साथ काम करें।
- उनकी प्रभावशीलता में सुधार के लिए कई टीचिंग दृष्टिकोण सीखें।
शिक्षक कैसे बनें? Steps
- अपना लक्ष्य निर्धारित करें
- चुनें कि किस लेवल पर पढ़ाना है
- CTET परीक्षा के लिए अप्लाई करें
- नौकरियों के लिए अप्लाई करें
सरकारी शिक्षक- कैरियर विकास के अवसर
जब आपको एक बार सरकारी नौकरी प्राप्त हो जाती है तब आपके करियर में बहुत से विकाश के अवसर उपलब्ध होते है. यदि आप दृढ निश्चय करते है और अपने आप को इस क्षेत्र साबित करते है तो आप आगे चलकर सहायक शिक्षक, वरिष्ठ शिक्षक, प्रधानाध्यापक या प्राचार्य जैसे पद को भी पा सकते है.
उम्मीद है की यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। यदि आपको किसी भी प्रकार का भी सवाल परेशान कर रहा है तो आप निचे कमेंट बॉक्स में लिख सकते है आज का गुरुकुल यही समाप्त होता है. ध्यनवाद